
आज दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं कि जो महिलाएं न कर सकें. हर फील्ड में महिलाओं ने अपना नाम कमाया है और भारत का नाम रौशन किया है. आज 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मना रहे हैं. ऐसे में हम जानेंगे कि बॉलीवुड में महिलाओं का क्या स्थान है. एक्ट्रेस तो बॉलीवुड को कई मिल गईं लेकिन निर्देशक गिनी-चुनी. आइए इस मौके पर जानते हैं 6 महिला निर्देशकों के बारे में…
1-मीरा नायर
डायरेक्टर मीरा नायर अपनी बेबाक राय के लिए जानी जाती हैं, जिसकी झलक उनकी फिल्मों में भी देखने को मिलती है। मीरा ने ‘सलाम बॉम्बे’ और ‘मॉनसून वेडिंग’ जैसी फिल्में बनाई हैं। ‘सलाम बॉम्बे’ भारत की ओर से ऑस्कर के लिए बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज कैटेगरी में भेजी गई दूसरी फिल्म थी। मीरा ने हॉलीवुड फिल्में जैसे Amelia, Queen of Katwe, The Namesake जैसी फिल्में डायरेक्ट की हैं।
2-फातिमा बेगम
बॉलीवुड की पहली महिला फिल्म निर्देशक थी फातिमा बेगम। 1926 में उन्होंने फिल्म ‘बुलबुल ए परिस्तान’ का निर्देशन किया था। उस वक्त एक खास तबके की महिलाएं ही आगे बढ़ पाती थीं।
3-लीना यादव
लीना यादव हिंदी सिनेमा की बेहतरीन निर्देशक हैं। उन्होंने “शब्द”, “तीन पत्ती” और “पार्च्ड” फिल्मों का निर्देशन किया है। “पार्च्ड” को टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में काफी सराहना मिली है। फिल्म बाल विवाह, पितृ सत्तात्मक परिवारों, रूढ़िवादी परंपराओं और मैरिटल रेप जैसे विषयों पर आधारित थी।
4-अश्विनी अय्यर तिवारी
निर्देशक अश्विनी अय्यर तिवारी को 2017 में उनकी फिल्म ‘निल बटे सन्नाटा’ के लिए फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ (डेब्यू) निर्देशक का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा उन्होंने बरेली की बरफी और पंगा जैसी फिल्मों का भी निर्देशन किया है।
5-गौरी शिंदे
‘इंग्लिश- विंग्लिश’ और ‘डियर ज़िंदगी’ जैसी फिल्मों के साथ अपने निर्देशन, लेखन और सोच का लोहा मनवा चुकी हैं। उनकी दोनों ही फिल्मों ने महिलाओं के विषय को संजीदगी से उठाया और उन्हें 2012 में फिल्म फेयर का बेस्ट फिल्म निर्देशक (डेब्यू) का सम्मान भी मिला।
6-जोया अख्तर
सिनेमा पर अच्छी पकड़ बना चुकी जोया अख्तर ने ‘लक बाय चांस’ और ‘जिंदगी मिलेगी ना दोबारा’ जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया। आज इन्हें बॉलीवुड में एक सफल महिला निर्देशक के रूप में जाना जाता है। आखिरी बार उन्होंने गली ब्वॉय और का निर्देशन किया था। जिसे भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए भेजा गया था।