क्या आप जानते हैं कैंसर का भी इलाज कर सकती है Viagra

नई दिल्ली। आम तौर पर लोगों में वियाग्रा की पहचान ‘टाइमिंग’ बढ़ाने की ही है। 20 साल पहले दुनिया के सामने आई इस दवा को लेकर आदमी नेट पर भी सर्च किया करता है। इस दवा की मार्केट में इसी पहचान के चलते जबरदस्त डिमांड रहती है। इसे लेकर कई तरह के शोध भी हुए। कई बड़ी और घातक खामियां भी निकलकर आईं। अब एक बार फिर से इस दवा को लेकर खुलासा हुआ है।

वियाग्रा

रिश्ते को लम्बा खींचने वाली वियाग्रा को लेकर इस बार आश्चर्यजनक शोध हुआ है। बीते दिनों भी इस दवा को लेकर एक शोध में सामने आया था कि वियाग्रा की प्रतिदिन मामूली खुराक लेने से कोलोरेक्टल कैंसर (पाचन तंत्र के निचले भाग पर स्थित कोलन या रेक्टम का कैंसर) का जोखिम कम हो सकता है।

अब आश्चर्यजनक नए शोध से सामने आया है कि, वियाग्रा और फ्लू वैक्सीन कैंसर का इलाज कर सकता है।

शोध में सामने आया है कि, जब शरीर कमजोर होता है तो अपरंपरागत रणनीति प्रतिरक्षा प्रणाली को शल्य चिकित्सा के बाद छिद्रित ट्यूमर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

कनाडा के शोधकर्ताओं ने चूहों पर फेफड़ों के कैंसर के साथ परीक्षण किया। इसके बाद बीमारी के फैलने में 90 प्रतिशत की कटौती देखी।

ओटावा विश्वविद्यालय में टीम ने पाया कि सीधा होने वाली दवाएं दमनकारी कोशिकाओं को अवरुद्ध करती हैं, जिससे नैचुरल किलर सेल्स कैंसर से लड़ने का काम करती हैं। फ्लू टीका आगे किलर सेल्स को सक्रिय करता है।

आम तौर पर, किलर सेल्स नामक प्रतिरक्षा कोशिकाएं मेटास्टैटिक कैंसर कोशिकाओं को मारने में एक प्रमुख भूमिका निभाती हैं। लेकिन सर्जरी एनके कोशिकाओं को अवरुद्ध करने के लिए एक अन्य प्रकार के प्रतिरक्षा कोशिका का कारण बनती है, जिसे माइलॉइड व्युत्पन्न सप्रेसर सेल (एमडीएससी) कहा जाता है।

ओटावा विश्वविद्यालय में डॉ. रेबेका औएर की टीम ने पाया है कि सीधा होने वाली असुरक्षा दवाएं इन दमनकारी कोशिकाओं को अवरुद्ध करती हैं, जो नैचुरल किलर सेल्स को उनके कैंसर से लड़ने वाली ताकत देती हैं। फ्लू टीका किलर सेल्स को और उत्तेजित करने के लिए काम करता है।

ओटावा अस्पताल में कैंसर अनुसंधान के मुखिया सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और वरिष्ठ लेखक डॉ एयूर ने कहा, ‘ठोस ट्यूमर को हटाने में सर्जरी बहुत प्रभावी है।’

‘हालांकि, अब हम यह महसूस कर रहे हैं कि, दुखद रूप से, सर्जरी भी प्रतिरक्षा प्रणाली को इस तरह से दबा सकती है जिससे किसी भी शेष कैंसर कोशिकाओं को जारी रखने और अन्य अंगों में फैलाना आसान हो जाता है।

‘हमारे शोध से पता चलता है कि फ्लू टीका के साथ सीधा होने वाली असंतोष दवाओं का संयोजन इस घटना को अवरुद्ध करने में सक्षम हो सकता है और सर्जरी के बाद कैंसर को वापस आने में मदद कर सकता है।’

वर्तमान अध्ययन ने सर्जरी के बाद कैंसर (मेटास्टेसिस) के प्रसार की नकल करने वाले माउस मॉडल में सिल्डेनाफिल (वियाग्रा), ताडालाफिल (सियालिस) और एक निष्क्रिय इन्फ्लूएंजा टीका (एग्रीफ्लू) की जांच की।

डॉ. एउर अब कैंसर वाले लोगों में एक सीधा होने वाली असंतोष दवा (ताडालाफिल) और फ्लू टीका की दुनिया में पहला नैदानिक परीक्षण कर रहा है। इसमें पेट के कैंसर सर्जरी से गुजरने वाले ओटावा अस्पताल में 24 रोगी शामिल होंगे।

यह परीक्षण सुरक्षा का मूल्यांकन करने और प्रतिरक्षा प्रणाली में बदलावों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यदि सफल हो, तो बड़े परीक्षण रोगियों को संभावित लाभ देख सकते हैं।

डॉ. एयूर ने कहा, ‘हम इस शोध के बारे में बहुत उत्साहित हैं क्योंकि यह सुझाव देता है कि दो सुरक्षित और अपेक्षाकृत सस्ती उपचार कैंसर में बड़ी समस्या का समाधान करने में सक्षम हो सकते हैं।’

‘अगर परीक्षणों में पुष्टि हुई है, तो यह कैंसर सर्जरी के कारण प्रतिरक्षा समस्याओं को दूर करने वाला पहला उपचार बन सकता है।’

शोध करने वाली टीम ने चेतावनी दी कि, कैंसर रोगियों को कतई खुद से इस डोज को नहीं लेना है।

 

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