
विवाह हर इंसान के जीवन में अहम होता है. लेकिन कभी-कभी जीवनसाथी ढूँढना मुश्किल हो जाता है. कुछ लोगों के पास अच्छा रिश्ता होने के बाद भी शादी नहीं हो पाती है. शादी की उम्र निकलती जाती है और शादी देर से होती है. देर से शादी होने पर कई सामाजिक और मानसिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इन सभी समस्याओं से वास्तु की मदद से छुटकारा मिल सकता है.
वास्तु एक विज्ञान है, जो व्यक्ति के आंतरिक ऊर्जा को ऊपर उठाता है, जिससे पर्सनालिटी का विकास होता है, जो उचित व्यक्ति को अट्रैक्ट करता है.
विवाह के लिए लोग अक्सर अपने कुंडली दोषों पर ध्यान देते हैं लेकिन वास्तु दोष के बारे में भूल जाते हैं. अगर किसी को विवाह के लिए अच्छा पार्टनर चाहिए तो घर के वास्तु दोष को नष्ट कर देना चाहिए.
विवाह के लिए वास्तु टिप्स
घर में दीपक और अगरबत्ती जलाने से वातावरण में पॉजिटिव एनर्जी की वृद्धि होती है. इसे रोज करने से इंटरनल एनर्जी प्रोत्साहित होगी और व्यक्ति को आंतरिक शांति का एहसास होगा. इससे आपकी पर्सनालिटी में निखार आएगा, लोगों को अट्रैक्ट करेगी.
विशेष दिशा में भावी दुल्हा या दुल्हन का सामना करना उपयुक्त होता है.
वास्तु अनुसार, दुल्हा या दुल्हन ने अपने अनुकूल दिशा का सामना करके भावी दुल्हा या दुल्हन के सामने बैठने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं.
अनुकूल दिशा की वजह से व्यक्ति के आत्मविश्वास के स्तर में वृध्दि होती है.
अपने अनुरूप जीवनसाथी को निश्चित करते समय अच्छी दिशा में बैठने से देरी से होनेवाले आपके विवाह के मसलों का समाधान मिल जाता है.