मधुमेह से पूरी तरह छुटकारा दिलाते हैं वास्तु के यह अचूक उपाय

मधुमेह शास्त्रों के अनुसार पंच तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु तथा वास्तु के आठ कोण एवम ब्रह्म स्थल केन्द्र को संतुलित करना अति आवश्यक होता है। इससे हमारा जीवन एवं परिवार सुखमय रह सके। इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे कारगर उपाय जिनकी मदद से आप मधुमेह को कंट्रोल कर सकते हैं।

मधुमेह लिए वास्तु नियम

वास्तु शास्त्र में बिलकुल स्पष्ट है कि घर का दक्षिण-पश्चिम भाग अर्थात नैऋत्य कोण ही इस रोग का जनक बनता है। दक्षिण-पश्चिम कोण में कुआँ, जल बोरिंग या भूमिगत पानी का स्थान मधुमेह बढाता है।

दक्षिण-पश्चिम कोण में हरियाली बगीचा या छोटे छोटे पोधे भी शुगर का कारण है। घर का दक्षिण-पश्चिम कोना बड़ा हुआ है तब भी शुगर हो सकती है।

लहराते घने, काले बाल चाहिए तो अपनाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे

दक्षिण-पश्चिम भाग घर या वन की ऊँचाई से सबसे नीचा है मधुमेह बढेगी। इसलिए यह भाग सबसे ऊँचा रखे। दक्षिण-पश्चिम भाग में सीवर का गड्ढा होना भी शुगर को निमंत्रण देना है।

शहद का रोजाना करें सेवन, कभी नहीं पड़ेगी अस्पताल जाने की जरुरत 

घर का मध्य भाग भारी हो तथा घर के मध्य में अधिक लोहे का प्रयोग हो तो भी शुगर की बीमारी फैलने के पूरे आसार रहते हैं।

इसलिए इन सभी बातों का ध्यान अवश्य रखें।

LIVE TV