अगर आपके घर में भी हैं सीढियां तो इस बात पर जरूर दें ध्यान नहीं तो…

सीढ़ियों का इस्तेमालआजतक आपने सीढ़ियों का इस्तेमाल केवल नीचे से ऊपर या ऊपर से नीचे आने के लिए किया होगा। लेकिन आज आपको वास्तुशास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे उपाय बताते हैं, जिनकी मदद से आप इन्ही सीढ़ियों का इस्तेमाल करके तरक्की की उचाईयों पर पहुंच सकते है।

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सीढ़ियों का निर्माण उत्तर से दक्षिण की ओर अथवा पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर करवाना चाहिए। पूर्व दिशा की ओर बनी हुई सीढ़ी पूर्वी दीवार से कम से कम तीन इंच दूर होनी चाहिए।

इसके अलावा जो लोग खुद ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं और किरायेदारों को ऊपरी मंजिल पर रखते हैं उन्हें मुख्य द्वार के सामने सीढ़ियों का निर्माण नहीं करना चाहिए।

वास्तु के अनुसार सीढ़ी के लिए नैऋत्य यानी दक्षिण पश्चिम दिशा उत्तम होती है। वहीँ उत्तर पूर्व यानी ईशान कोण में सीढ़ियों का निर्माण नहीं करना चाहिए। इसके अलावा दक्षिण पूर्व में सीढ़ियों का होना भी वास्तु के अनुसार नुकसानदेय होता है।

सीढ़ियों के वास्तुदोष को दूर करने के उपाय :-

  • सीढ़ी के नीचे जूते-चप्पल एवं घर का बेकार सामान नहीं रखें।
  • सीढ़ियों के आरंभ और अंत में द्वार बनवाएं।
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