अयोध्या में बनने वाली ‘भव्य राम मूर्ति’ को मिला मुस्लिम धर्मगुरूओं का समर्थन

रिपोर्ट- अर्सलान समदी

लखनऊ। राम मंदिर निर्माण की चर्चाओं के बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीवाली मनाते हुए एक बार फिर भगवान राम की दर्शनीय मूर्ति अयोध्या में लगवाने की बात कही जिसके बाद भले ही हर सियासी पार्टी ने घेरते हुए मुख्यमंत्री को मंदिर निर्माण की याद दिलाई हो लेकिन इन सबके बीच भगवान राम चन्द्र जी की भव्य दर्शनीय मूर्ति लगने का उलेमा के साथ साथ बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के सयोंजक ज़फरयाब जिलानी ने इसका स्वागत किया है।

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शिया धर्मगुरु और शिया चाँद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि राम जी की मूर्ति से कोई आपत्ति नही है, राम चन्द्र जी की मूर्ति राम भक्त वाले मुल्क में लगाई ही जानी चाहिए और अयोध्या ही नही और 50 से 100 शहरों में लगानी चाहिए लेकिन राम जी की हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही मौलाना सैफ अब्बास ने कहा बीजेपी के मेनिफेस्टो में हर बार मंदिर निर्माण की बात होती है लिहाज़ा हिंदू भाइयों को राम मंदिर की जगह मूर्ति देना अपना वादा निभाना नहीं हुआ।

दूसरी ओर शहर काज़ी मुफ़्ती अबुल इरफान मियां फ़िरंगी महली ने अयोध्या में राम मूर्ति के मामले पर कहा कि मूर्ति पर किसी को भी ऐतराज़ नहीं करना चाहिए लेकिन इस सरकार को जनता के लिए रोज़गार के बारे में भी सोचना चाहिए, मंदिर मस्जिद से लोगों के पेट नहीं भरने वाले।

इसके साथ ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेम्बर और ईदगाह लखनऊ के इमाम मौलाना ख़ालिद राशीद ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मामला देश के सर्वोच्च अदालत में है और सुप्रीम कोर्ट का फैसला हर मुसलमान मानेगा इसके अलावा अयोध्या में चाहे दीवाली मनाने की बात रही हो या दर्शनीय मूर्ति कही पर लगाने की इससे मुसलमानों को कोई लेनादेना नहीं है।

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वहीं बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के सयोंजक और पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव ज़फरयाब जिलानी ने सरयू तट पर सरकार द्वारा भव्य दर्शनीय मूर्ति लगाने की बात पर कहा कि संविधान के अनुरूप कोई भी सरकार सरकारी पैसे से किसी भी धर्मिक मूर्ति का निर्माण नही कर सकती लेकिन अगर उसके बाद भी सरकार करती है तो यह असंवैधानिक कार्य माना जायेगा लेकिन मुसलमान इसका विरोध नहीं करेगा क्योंकि राम जी एक श्रद्धा का विषय है और मुसलमान भी राम चन्द्र जी की इज़्ज़त करता है, जिलानी ने कहा कि अल्लामा इक़बाल ने तो राम जी को इमामुल हिन्द तक कहा है।

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