पुलिस का अमानवीय रूप आया सामने, शराब का विरोध कर रही महिलाओं को सड़क पर घसीटा

रिपोर्ट- लोकेश टण्डन

मेरठ। उत्तर प्रदेश पुलिस अपनी कार्यशैली के लिए हमेशा चर्चाओं में रहती है। वही आज मेरठ में पुलिस के अमानवीय चेहरे ने यूपी पुलिस की कार्यशैली को फिर चर्चाओं में ला दिया है। जहां ब्रह्मपुरी थाने के सामने खुल रहे शराब के ठेके का विरोध कर रही धरने पर बैठी महिलाओं को पुलिस ने हटाने की कोशिश की तो महिलाओं ने पुलिस का विरोध किया लेकिन पुलिस ने महिलाओं की उम्र का लिहाज भी नहीं किया और बूढ़ी महिलाओं को सड़क पर ही घसीटना शुरू कर दिया उनके साथ साथ धरने में बैठी युवतियों को भी सड़क पर सरेआम घसीटा गया पुलिस के इस अमानवीय चेहरे की एक्सक्लूसिव तस्वीरें लाइव टुडे के कैमरे में कैद हो गई है।

महिलाओं को पुलिस ने पीटा

आप अपने टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं कि किस तरह पुलिस ने महिलाओं को सड़क पर ही गिराकर घसीटना शुरू कर दिया। उसके बाद 3 महिला को उठाकर गाड़ी में डाल दिया और थाने ले गए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वही धरना स्थल से पलंग, पंखा, पानी के ड्रम आदि सामानों को भी गाड़ी में भरकर थाने भिजवा दिया ।

आपको बता दें कि 2 दिन पहले ब्रह्मपुरी थाना इलाके के रामनगर में जोकि ब्रहमपुरी थाने के सामने ही है पर एक दुकान में शराब का ठेका खोला जा रहा था। जिस का विरोध आसपास की महिलाओं ने यह कहकर किया कि यह ठेका मंदिर से कुछ ही कदम की दूरी पर खोला जा रहा है और साथ ही साथ यहां पर रहने वाले बच्चों पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा। लेकिन प्रशासन ठेके को खोलने की जिद पर अड़ा रहा। और आज अनशन पर बैठी महिलाओं को जबरन हटा दिया गया, और जब महिलाओं ने विरोध किया तो उन को सरेआम सड़क पर घसीटा गया।

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उधर सिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह की माने तो महिलाओं ने पुलिस प्रशासन के साथ गाली गलौज की और उन पर पथराव करने की भी कोशिश की। लेकिन सवाल ये ही बनता है कि जो योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा की बात करती हैं, क्या वहां इस तरह सरेआम सड़कों पर महिलाओं को घसीटना सही है।

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