बिना चर्चा किए लोकसभा में पास हुआ कृषि कानून वापसी बिल, विपक्ष ने किया हंगामा
लोकसभा ने सोमवार (29 नवंबर) को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष के हंगामे के कृषि कानून वापसी बिल को, बिना चर्चा किए ही मंज़ूरी दे दी। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) द्वारा तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को पेश किए जाने के बाद कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने विधेयक पर चर्चा कराने की माँग शुरू कर दी। इस पर अध्यक्ष ने सदन में व्यवस्था नहीं होने की बात कही। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Choudhary) ने कहा कि, “आज सदन में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस बिल को चर्चा एवं पारित होने के लिये रखे जाने की बात कही गई, लेकिन इस पर सरकार चर्चा क्यों नहीं करना चाहती है?”
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि, “सदन में व्यवस्था नहीं है और इस हालात में चर्चा कैसे करायी जा सकती है? आप (विपक्षी सदस्य) व्यवस्था बनाये तब चर्चा करायी जा सकती है।” कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने इसका विरोध करते हुए कहा की, ‘सरकार ने ग़लत किया है। इससे पहले क़ानून को रिपील करने के लिए लाए गए बिल पर चर्चा लोकसभा में हुई थी। हम किसानों के लिए MSP क़ानून, आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है उनके परिवारजनों को मुआवज़ा जैसे मसले संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन सरकार ने हमें मौका नहीं दिया।’
तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के संबंधी विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार (29 नवंबर) को ट्वीट करते हुए लिखा की, “आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है।” कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश (Jayram Ramesh) ने ट्वीट किया की, ‘जितना इन कानूनों को पास करना अलोकतांत्रिक था, उससे ज़्यादा इनके वापसी का तरीका है।’
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