पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए हैं। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी के बीच पाकिस्तान ने अपनी सुरक्षा मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पाकिस्तानी सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थानीय लोगों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देती नजर आ रही है। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने पीओके में प्रशिक्षण शिविर स्थापित किए हैं, क्योंकि भारत के संभावित हमले की आशंका को ‘अपरिहार्य’ माना जा रहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब पाकिस्तानी सैनिकों के युद्ध में शामिल होने से इनकार करने और सेना छोड़ने की खबरें सामने आ रही हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक कदम उठाए और आतंकियों को कड़ी सजा देने की चेतावनी दी। 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के दोषियों और इसके पीछे की साजिश रचने वालों को कठोर दंड देने की शपथ ली। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाकर भारत की आत्मा पर हमला किया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 29 अप्रैल को शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में पीएम मोदी ने सशस्त्र बलों को आतंकी हमले का जवाब देने के लिए “पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता” देने की बात कही। भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला ‘दुष्ट देश’ करार दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इसकी निंदा की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहलगाम में ‘कायराना’ हमला करने वाले आतंकियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को सऊदी अरब जैसे मित्र देशों से संपर्क कर भारत के साथ बढ़ते तनाव को कम करने के लिए समर्थन मांगा।