Movie Review: Te3N में लीन होने को तैयार हैं आप?
क्रिटिक रेटिंग:3/5
स्टारकास्ट : अमिताभ बच्चन, विद्या बालन, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, सब्यसांची मुखर्जी
डायरेक्टर : रिभु दास गुप्ता
प्रोड्यूसर : सुजोय घोष, सुरेश नाइर, ह्युनवो थॉमस किम,गौरी साथे,समीर राजेंद्रन
म्यूजिक डायरेक्टर: क्लिंटन सेरेजो
अवधि: 2 घंटा 16 मिनट
जॉनर: मिस्ट्री /ड्रामा
सर्टिफिकेट: U/A
Te3N की कहानी
फिल्म की शुरुआत अमिताभ बच्चन उर्फ़ जॉन बिस्वास से होती है। जॉन की पोती एंजेला को किडनैप कर लिया गया था, जिसके बाद उसकी मौत हो जाती है। जॉन आठ साल से लापता एंजेला के बारे में जानने के लिए लगातार पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाते रहते हैं।
पुलिस ने जॉन की पोती को खोजने की ज़िम्मेदारी इंस्पेक्टर मार्टिन (नवाजुद्दीन सिद्दकी) को सौंप दी। मार्टिन ने एंजेला को तलाशने की लाख कोशिशें की लेकिन किडनैपर को पकड़ नहीं पाया। इस दौरान उसे पता चलता है कि एंजेला की मौत हो गई है। मार्टिन इसे अपनी नाकामयाबी मानता है।
इस घटना के बाद पुलिस अफसर भी मार्टिन को खूब खरी-खोटी सुनाते हैं। फिर मार्टिन फैसला करता है कि वह पुलिस की नौकरी छोड़कर चर्च में फादर बनेगा।
वहीं, दूसरी तरफ एजेंला के न लौटने से उसकी दादी की तबियत बिगड़ जाती है और वह व्हीलचेयर पर पहुंच जाती हैं।
हालांकि जॉन को इस बात का अहसास था कि आठ सालों में बहुत कुछ बदल चुका है लेकिन उसने 80 साल की उम्र में भी हार नहीं मानी।
मार्टिन के फादर बनने के बाद इस केस की जिम्मेदारी सरिता सरकार (विद्या बालन) को सौंपी जाती है। हालांकि सरिता चाहती हैं कि मार्टिन उनकी मदद करें। आगे की कहानी देखने के लिए आपको सिनेमाघरों की तरफ रुख करना होगा।
डायरेक्शन
फिल्म के डायरेक्टर रिभु दास गुप्ता ने स्क्रिप्ट को काफी अच्छे तरीके से पेश किया है। रिभु ने फिल्म के सभी एक्टर्स से बराबर से काम लिया। हालांकि फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा खींचा गया सा लगता है। फिल्म में गाने ठीक-ठाक हैं। लेकिन इस वजह से कहानी थोड़ी स्लो हो जाती है।
एक्टिंग
अमिताभ बच्चन ने फिल्म में दादा के रोल में अच्छा काम किया है। मार्टिन के किरदार में नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी जंच रहे हैं। विद्या बालन ने भी कहानी में अपनी एक्टिंग के जलवे दिखाए हैं।
म्यूजिक
फिल्म के गाने हक, क्यों रे और ग्रहण ठीक हैं, लेकिन इनका बैकग्राउंड स्टोर बेहतर है।
देखें या नहीं
बिग बी के फैन हैं तो उनकी एक्टिंग देखने ज़रूर जाएं। कोलकाता के लोकेशन आपको आकर्षित करेंगे। फिल्म की कमज़ोर बात यह है की फर्स्ट हाफ लंबा है।