T20 वर्ल्ड कप के ‘खजाने’ में हैं ढेरों रिकॉर्ड

bells_landscape_1457523341एजेंसी/ट्वंटी-20 की खासियत उसका फटाफट खेल ही होता है। इस समय दुनियाभर की 16 टीमें वर्ल्ड कप खेलने के लिए भारत में एकत्र हो रही हैं। हर बार की तरह इस बार भी ढेरों रिकॉर्ड और दिलचस्प मुकाबले होंगे। पिछले 5 संस्करणों में कई नायाब रिकॉर्ड बने हैं, जानते हैं इन्हीं रिकॉर्ड्स के खजाने से 7 बेहद रोचक जानकारी।

महेंद्र सिंह धोनी के नाम भी एक ऐसा कीर्तिमान है जिसे तोड़ पाना कुछ साल के लिए किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होगा। धोनी दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप के पहले संस्करण के शुरुआती मैच से लेकर अब तक के सभी मैचों में अपनी टीम की कप्तानी की है। वह भारत के खेले सभी 28 मैचों में कप्तान रहे हैं और इस दौरान टीम इंडिया ने 17 में जीत हासिल की। जबकि 9 में हार मिली। एक मैच टाई और एक मैच का परिणाम नहीं निकला।

 

टी-20 को बल्लेबाजों का खेल कहा जाता है और इस मुकाबले में गेंदबाजों के लिए रन रोकना सबसे मुश्किल हो जाता है। कई बार गेंदबाज इसमें नाकाम हो जाते हैं। श्रीलंका के फिरकी गेंदबाज सनत जयसूर्या के नाम किसी एक मैच में सबसे महंगे गेंदबाज के रूप में दर्ज है। जयसूर्या ने 17 सितंबर, 2007 को पाकिस्तान के खिलाफ जोहांसबर्ग में खेले गए मुकाबले में 4 ओवर में 64 रन लुटा दिए थे जिसने उन्हें वर्ल्ड कप में सबसे महंगे गेंदबाज के रूप में बना दिया।

टी-20 वर्ल्ड कप के पिछले 5 संस्करण में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड कैरेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल के नाम दर्ज है जिन्होंने 2007 से लेकर सभी संस्करणों में खेलते हुए 23 मैचों की 22 पारियों में 49 छक्के जड़े रखे हैं। दूसरे पायदान पर टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह हैं जिन्होंने इतने ही समय में 27 मैचों की 24 पारियों में 31 छक्के लगाए हैं।

टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा बार 0 पर आउट होने का रिकॉर्ड दो बल्लेबाजों के नाम पर दर्ज है। पाकिस्तान के वर्तमान टी-20 कप्तान शाहिद अफरीदी के साथ-साथ श्रीलंका के दिलशान तिलकरत्ने के नाम यह रिकॉर्ड है जो इस टूर्नामेंट के इतिहास में 5-5 बार खाता खोले बगैर पवेलियन लौट चुके हैं।  जबकि टीम इंडिया की ओर से तेज गेंदबाज आशीष नेहरा सबसे ज्यादा बार 0 पर आउट होने वाले बल्लेबाज हैं जो 5 मैचों की 2 पारियों में दोनों ही बार खाता नहीं खोल सके थे।

टूर्नामेंट के इतिहास में एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड कैरेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल के ही नाम दर्ज है, जिन्होंने 11 सितंबर, 2007 को जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में 57 गेंदों में 117 रनों की पारी खेली और इस पारी में 7 चौके के अलावा 10 छक्के ठोंके जो आज भी रिकॉर्ड है

टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड 4 खिलाड़ियों के नाम दर्ज है जिसमें एक भी भारतीय खिलाड़ी नहीं है। श्रीलंका के 4 खिलाड़ियों के नाम यह रिकॉर्ड है और ये खिलाड़ी हैं दिलशान तिलकरत्ने, महेला जयवर्धने, लसित मलिंगा और कुमार संगकारा जिन्होंने 31-31 मैच खेले हैं। इन 4 में से 2 तो रिटायर हो चुके हैं और मलिंगा इस बार भी टीम में हैं लेकिन चोट से जूझ रहे हैं और उनके खेलने पर संशय बना हुआ है। दिलशान अपने 31 मैचों की संख्या को और आगे बढ़ा सकते हैं क्योंकि वह फिट हैं। भारत की ओर से सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड कप्तान धोनी के नाम है जिन्होंने कुल 28 मैच खेले हैं।

दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज एबी डीविलियर्स बल्ले से जितने चपल हैं उतने ही वह क्षेत्ररक्षण में भी दिखते हैं। वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा कैच करने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम दर्ज है। उन्होंने 26 मैचों की 21 पारियों में 21 कैच लपके हैं। वहीं भारत की ओर से सबसे सफल क्षेत्ररक्षण रोहित शर्मा हैं जिन्होंने 23 मैचों से 11 कैच लपके हैं।

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