जजों के नाम रिश्वत खोरी पर SC का फरमान, न्याय व्यवस्था को दूषित करने की अनुमति किसी को नहीं

रिश्वतनई दिल्ली। देश की सर्वोच्च अदालत ने जजों के नाम पर रिश्वत लिए जाने के मामले को बेहद गंभीर करार देते हुए कहा है कि कोई कितना ही ताकतवर क्यों न हो, वह कानून से बच नहीं सकता। आये दिन जजों के रिश्वत की बात उठ जाती है ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश के बाद स्तिथि जरुर सामान्य होने की सम्भावना है।

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जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एके सीकरी की खंडपीठ ने कहा कि कोई भी इस केस की अहमियत से इनकार नहीं कर सकता है क्योंकि अत्यंत गंभीर किस्म के आरोप लगाए गए हैं।

इसलिए इस मामले में भी इंसाफ जरूर होगा। उन्होंने कहा, ‘किसी को भी न्याय व्यवस्था को दूषित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बता दें यह पीठ जजों के नाम पर रिश्वत लिए जाने के मामले में एक नई याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जोकि ‘कैंपेन फॉर ज्यूडिशियल एकाउंटेबिलिटी’ नामक एक एनजीओ ने दायर किया है।

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गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को इसी मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता कामिनी जायसवाल ने भी एक याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई पांच वरिष्ठ जजों की संविधान पीठ करेगी। वहीं जस्टिस सीकरी की खंडपीठ ने ताजा याचिका को भी इसी संविधान पीठ के हवाले कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने इस मामले में छापे मार कई केस दर्ज कर चुका है। ऐसे में पीठ की कोशिश होगी कि इस मामले में न्याय जल्द से जल्द हो।

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