चीनी की जगह आजमाएं गुड़, जानिए इसके फायदे

चीनी से जुड़ी बिमारियों के बारे में तो हम सब जानते हैं। तो क्या हम अपने दैनिक जीवन में चीनी की जगह गुड़ अपना सकते हैं? गन्‍ने के रस को शुद्ध करके और उबाल कर ठोस रवादार बनाया जाता था, फिर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ कर इस्तेमाल किया जाता था।

आज बाजार में उपलब्ध ज्यादातर चीनी रासायनिक तरीके से संशोधित की जाती है। संयुक्त राज्‍य राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार, इस प्रकार की चीनी से केवल कैलोरिज मिलती हैं क्योंकि परिष्करण की विधि से उसके लगभग सारे विटामिन और खनिज खत्म हो जाते हैं, जिससे चीनी की पौष्टिकता काफी हद तक कम हो जाती है।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की रिपोर्ट के मुताबिक यह बात साबित हो सकती है कि अधिक मात्रा में चीनी लेना आर्टीरीओस्क्लरोसिस (धमनियों की एक बीमारी) का कारण बन सकती है और मधुमेह तथा पोषण से जुड़ी कमियों को उत्पन्‍न कर सकती है।

चीनी हटाएं, गुड़ आजमाएं

गुड़ चीनी का एक बेहतर विकल्प है। गुड़ चीनी का अशोधित, कच्चा रूप है, जिसे हमारे पूर्वज इस्तेमाल किया करते थे। भारत और दक्षिण एशिया में गुड़ को बड़े पैमाने पर भोजन में मिठास लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। गन्‍ने के रस में मौजूद खनिज, पोषक तत्व और विटामिन गुड़ में बरकरार रहते हैं और प्राचीन भारत की चिकित्सा व्यवस्था – आयुर्वेद में सूखी खांसी का उपचार, पाचन बेहतर करने और बहुत सी अन्य बीमारियों के इलाज में भी गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है।

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