अखिलेश यादव के खिलाफ करहल का किला भेदने उतरेंगे एसपी सिंह बघेल

अभिनव त्रिपाठी

प्रदेश की सियासत में मैनपुरी जिला काफी महत्वपूर्ण है समाजवादी पार्टी का इस जिले से काफी लगाव रहा है। जिसकी वजह से पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मैनपुरी की करहल सीट को अपना विधानसभा क्षेत्र बनाया। अखिलेश यादव की बात करें तो उन्होंने सोमवार को अपना नामांकन किया उसके थोड़ी ही देर बाद आगरा से सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने अपना पर्चा दाखिल किया। एसपी सिंह बघेल ने भाजपा की तरफ से करहल सीट पर अपना नामांकन किया जो केंद्रीय राज्यमंत्री भी हैं।

कौन है प्रो. एसपी सिंह बघेल
सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले भटपुरा के मूल निवासी है। ये एक सब इंस्पेक्टर थे जब 1989 में मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने तो ये उनकी सुरक्षा में शामिल हो गए। और इन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री को खूब प्रभावित किया और उनसे प्रभावित होकर मुलायम सिंह ने उन्हे जलेसर सीट से टिकट दे दिया और 1998 में पहली बार वो चुनाव लड़े और अपने पहले ही चुनाव में विजय हासिल की। इसके बार ये दो बार सांसद भी चुने गए। 2010 में बसपा ने इनको राज्यसभा भी भेजा इसके साथ ही साथ इन्हे राष्ट्रीय महासचिव भी बनाया गया। 2014 लोकसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के खिलाफ फिरोजाबाद से चुनाव लड़े लेकिन इनको हार का सामना करना पड़ा।

और थाम लिया योगी का साथ
जब 2014 में इन्हे हार मिली तो इन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाए गए। इसके अलावा 2017 में टूंडला सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक भी बने। इसके बाद योगी मंत्रालय में शामिल हुए और पशुधन ,लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग की जिम्मेदारी को संभाला।

मोदी सरकार में भी मिली जगह
2017 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इन्हे आगरा लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया। यहाँ से प्रो. एसपी सिंह बघेल ने एतिहासिक जीत दर्ज की। बघेल को भाजपा ने वर्तमान सांसद रामशंकर कठेरिया टिकट काटकर उनके ऊपर दांव लगाया था। इसके अलावा ये केन्द्रीय कैबिनेट में राज्यमंत्री भी है।

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