
दिलीप कुमार
इन दिनों जीवाश्वम ईधन के संकट को ध्यान में रखते हुए जहां एक ओर दुनिया भर के देश सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और विद्यूत उर्जा को बढ़ाने को लेकर रणनीतियां तैयार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर बड़ी-बड़ी वाहन निर्माता कंपनियों ने भी परंपरा से हट कर कदम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं।

आपको बता दें कि जापान की वाहन कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) 2026 तक गुजरात में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों तथा बीईवी बैटरियों के स्थानीय स्तर पर विनिर्माण के लिए 10,445 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी ने इस बारे में गुजरात सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि इस करार पर नई दिल्ली में 19 मार्च, 2022 को आयोजित भारत-जापान आर्थिक मंच में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। मंच को संबोधित करते हुए एसएमसी के प्रतिनिधि निदेशक एवं अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने कहा कि सुजुकी का मिशन भविष्य में छोटी कारों के साथ कॉर्बन निरपेक्षता हासिल करने का है। हम आत्मनिर्भर भारत के लिए यहां लगातार निवेश जारी रखेंगे।
इस एमओयू के तहत कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमटेड 2026 तक एसएमसी के मौजूदा कारखाने के पास बीईवी बैटरियों के विनिर्माण संयंत्र पर 7,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलांवा एसएमसी 2025 तक बीईवी विनिर्माण की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए भी 3,100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। समूह की एक अन्य कंपनी मारुति सुजुकी तोयोत्सु इंडिया प्राइवेट लिमिटेड 2025 तक वाहन रिसाइक्लिंग संयंत्र के निर्माण पर 45 करोड़ रुपये का और निवेश करेगी।