कहीं एक्सप्रेसवे तो कहीं लकड़ी का पुल, दांव पर है हजारों की जिंदगी

युपी के सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज से बलरामपुर ज़िला के सादुल्लाह नगर गोंडा जाने वाली इस सड़क पर कई सालों से पुल ना होने के कारण लोग लकड़ी के पुल से जान जोखिम में डालकर सफर कर रहै हैं, जहां चोरघटा घाट पर पुल न होने से लोगों को सिद्धार्थनगर डुमरियागंज , सादुल्लाह नगर, गोंडा समेत अन्य स्थानों पर जाने के लिए 25से 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है।

भूमि आवंटन की वजह से या जमीन के अधिग्रहण की वजह से अगर ये मामला लटका हुआ है तो मैं अपने स्तर से इस मामले को निपटाने का प्रयास करुंगा, अन्यथा संबंधित विभाग से बात कर इसको निपटाने का प्रयास करुंगा, लोगों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना। सिद्धार्थनगर (Siddharthnagar) और बलराम पुर (Balrampur) के लोगों के लिए कुआनो नदी के चोरघटा घाट पर तीन करोड़ की लागत से बनाया जा रहा पुल 7 साल बीत जाने के बाद भी पूरा न हो सका, जिसके चलते लोगों का उत्साह अब निराशा में बदल गया।

आपको बताते चले कि, पुल का निर्माण कार्य दो जनपदों की सीमा पर हो रहा था जिसमें सिद्धार्थनगर और गोंडा वन प्रभाग की कुआनो नदी है जिस पर पुल निर्माणाधीन है. सिद्धार्थनगर वन प्रभाग द्वारा पुल के लिए बनने वाले मार्ग पर ऐतराज जताया गया था औऱ कहा गया था कि यह वन विभाग की भूमि है. हालांकि मामला सुलझा लिया गया है।

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