कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर उन सात सांसदों में शामिल हैं, जो सभी दलों के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए प्रमुख विदेशी सरकारों को हाल के भारत-पाकिस्तान संघर्ष और भारत के रुख के बारे में जानकारी देंगे। संसदीय कार्य मंत्रालय ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले और इसके जवाब में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद कूटनीतिक पहल के लिए चुने गए नेताओं के नामों की घोषणा की।

थरूर का प्रतिनिधिमंडल में शामिल होना तब चर्चा में आया, जब उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया। उनके इस बयान से कांग्रेस के भीतर कुछ असहमति की खबरें सामने आईं, क्योंकि कुछ नेताओं ने उनकी राय पर असंतोष जताया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने X पर इस घोषणा को साझा करते हुए कहा, “जब बात सबसे महत्वपूर्ण होती है, भारत एकजुट होता है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करेंगे, जो आतंकवाद के प्रति हमारी शून्य सहनशीलता का संदेश लेकर जाएंगे। यह राष्ट्रीय एकता का शक्तिशाली प्रदर्शन है, जो राजनीति और मतभेदों से ऊपर है।”
प्रतिनिधिमंडल के अन्य नेता
थरूर के अलावा, प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले अन्य सांसदों में शामिल हैं:
- रविशंकर प्रसाद (बीजेपी)
- संजय कुमार झा (जेडीयू)
- बैजयंत पांडा (बीजेपी)
- कनिमोझी करुणानिधि (डीएमके)
- सुप्रिया सुले (एनसीपी)
- श्रीकांत एकनाथ शिंदे (शिवसेना)
कांग्रेस की भागीदारी
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पर बताया कि 16 मई की सुबह रिजिजू ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। कांग्रेस से चार सांसदों के नाम देने को कहा गया था। विपक्ष के नेता ने निम्नलिखित नाम औपचारिक रूप से प्रस्तुत किए:
- आनंद शर्मा, पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री
- गौरव गोगोई, उपनेता, कांग्रेस, लोकसभा
- डॉ. सैयद नसीर हुसैन, राज्यसभा सांसद
- राजा ब्रार, लोकसभा सांसद
विदेश दौरे की योजना
सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में 5-6 सांसद शामिल होंगे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, कतर और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों का दौरा करेंगे। यह विदेश दौरा 22 मई के बाद शुरू होने की उम्मीद है, और सांसदों को निमंत्रण भेजे जा चुके हैं।
कूटनीतिक पहल का उद्देश्य
यह कदम भारत की उस कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करना और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना है। रिजिजू इस दौरे के समन्वय की देखरेख कर रहे हैं।
पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें सीमा पार आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान ने जवाबी ड्रोन हमलों की कोशिश की, जिससे तनाव बढ़ गया। 10 मई को सैन्य स्तर की बातचीत के बाद दोनों देशों ने तनाव कम करने पर सहमति जताई।