दिल्ली: छात्रों के विरोध प्रदर्शन और विश्वविद्यालय की संपत्ति में तोड़फोड़ के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई
10 फरवरी को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कुछ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। तब से, उन्होंने कक्षाओं में व्यवधान डाला है और छात्रों को पुस्तकालय में जाने से रोका है।
जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर गुरुवार सुबह सुरक्षा बढ़ा दी गई, क्योंकि विश्वविद्यालय के कई छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और संपत्ति में तोड़फोड़ की। 10 फरवरी को कुछ छात्रों द्वारा अकादमिक ब्लॉक में विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद कक्षाओं का शांतिपूर्ण संचालन बाधित हुआ।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने न केवल तब से कक्षाओं को बाधित किया है, बल्कि अन्य छात्रों को केंद्रीय पुस्तकालय तक पहुँचने और कक्षाओं में भाग लेने से भी रोका है। प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय की संपत्ति में तोड़फोड़ की और आपत्तिजनक प्रतिबंधित सामान ले जाते हुए पाए गए।
इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रॉक्टोरियल टीम ने छात्रों को धरना स्थल से हटाकर कैंपस से बाहर निकाल दिया। इससे पहले सुबह 6 बजे दिल्ली पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर जामिया मिलिया इस्लामिया के 14 छात्रों को हिरासत में लिया। इन छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय की कैंटीन को बंद करा दिया था और लगातार उसके बाहर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे तथा कल कैंटीन में तोड़फोड़ भी की थी।
जामिया में 2019 में हुई पुलिस फायरिंग की बरसी मनाने के लिए दो पीएचडी छात्र जामिया में कार्यक्रम करना चाहते थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बावजूद इन छात्रों ने अपने अन्य दोस्तों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके बाद विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया। इस नोटिस का संतोषजनक जवाब न मिलने पर विश्वविद्यालय को इन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करनी थी, जिसके बाद इन छात्रों ने हिंसक प्रदर्शन किया।