घाटी फतेह करने के लिए राम माधव ने दी कार्यकर्ताओं को टिप्स, मतदान प्रतिशत को बताया महत्वपूर्ण

रिपोर्ट- करनदीप सिंह

जम्मू। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के सामने घाटी के पार्टी उम्मीदवारों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। कहा कि अब तक पहले चरण के उम्मीदवारों तथा परिवार वालों को सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई है। यदि इस बीच कुछ अनहोनी हो जाए तो अगले चरण में प्रत्याशी सामने नहीं आएंगे।

राममाधव

हालांकि, प्रत्याशियों की चिंता पर उन्हें आश्वस्त किया गया कि अगले एक-दो दिन में पार्टी सुरक्षा संबंधी मुद्दे को हल करने की पूरी कोशिश करेगी। रियासत के तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे राममाधव ने चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। उनकी परेशानियों तथा दिक्कतों को सुना और जीत का मंत्र दिया। चर्च लेन में बुलाई गई बैठक में 50 से अधिक उम्मीदवारों और पार्टी नेताओं ने चुनावी रणनीति पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, बैठक में जानकारी दी गई कि जमीनी स्तर पर स्थिति ठीक नहीं है। कश्मीर के चुनाव प्रभारी आसिफ मसूदी ने कहा कि अभी तक उन्हें भी सुरक्षा नहीं मिली है।

बैठक में सुरक्षा के साथ-साथ उम्मीदवारों ने सरकारी स्तर पर रहने की व्यवस्था उपलब्ध न कराए जाने का मुद्दा भी उठाया। इस पर राम माधव ने कहा कि यदि किन्हीं कारणों से सरकारी व्यवस्था नहीं मिल पाती है तो वह 15 दिन के लिए किराए पर मकान ले लें। पार्टी इसका खर्च वहन कर लेगी। हालांकि, इस पर उम्मीदवारों ने कहा कि यदि मकान वालों को यह पता लग गया कि वह भाजपा प्रत्याशी हैं तो कमरा किराए पर मिल पाना मुश्किल है। बैठक में पूर्व मंत्री सुनील शर्मा भी मौजूद थे।

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राम माधव ने कहा कि वह उन इलाकों पर गौर करें जहां मतदाता निकल कर सामने आएं। साथ ही शिया बेल्ट पर ध्यान दिया जाए। माइग्रेंट वोट हासिल करने पर भी ध्यान केंद्रित रहे। उन्होंने जोर दिया कि चुनाव प्रतिशत पर भी ध्यान दिया जाए, खासकर श्रीनगर में। यदि श्रीनगर में 5-10 प्रतिशत वोट पड़ते हैं तो अच्छा संदेश नहीं जाएगा। वोट प्रतिशत एक चिंता जरूर है। उन्होंने कहा कि वह इस पर ध्यान न दें कि किसने प्रॉक्सी कैंडीडेट खड़े किए हैं। आप इस पर ध्यान दें कि जीत किस तरह से हासिल करनी है।

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