रिजवी ने की राम मंदिर की वकालत, कहा- हिन्दुओं को वापस हो उनकी विरासत

लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर को अमली जामा पहनाने की कवायद अब जोर पकडती नजर आ रही है. पहले श्री श्री रविशंकर और आल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के चेयरमैन के मध्य हुई बैठक में नतीजे निकालने के को कोशिश की गयी लेकिन अपनी ही कौम का विरोध झेलने के बाद सलमान नदवी को उनके पद से हटा दिया गया था.रिजवी

कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए आपसी सहमति पर जोर दिया है जिसके बाद से ही अपने-अपने धर्म से जुड़ाव रखने वाले विशिष्ट व्यक्तियों के बीच हल निकालने की कोशिशें तेज हो गयी हैं. अब इसपर एक ऐसा बयान आया है जिससे सियासत में एक और बहस की शुरुआत हो सकती है.

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) को चिट्ठी लिखकर कहा है कि हिंदू समाज के मंदिरों को तोड़कर बनाई गई सभी मस्जिदों को वापस किया जाए. इस चिट्ठी में उन्‍होंने अयोध्‍या की बाबरी मस्‍जिद समेत 9 मस्‍जिदों का जिक्र किया है.

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वसीम रिजवी ने इस्‍लाम के उद्देश्‍यों का हवाला देते हुए कहा, किसी भी कब्‍जाई हुई जगह पर किसी इबादतगाह को जबरन तोड़ कर मस्‍जिद बनाना जायज नहीं है. हालांकि, रिजवी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से ये भी कहा कि वैसे तो आपके एनजीओ में कट्टरपंथी मान्‍सिकता रखने वाले मुल्‍लाओं का वरचस्‍व बना हुआ है. मुझे यकीन है आपका एनजीओ कट्टरपंथी मांसिकता के चलते इस पर विचार ही नहीं करेगा.

उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम यह सीख देता है कि चाहे जालिम की ही पंचायत क्‍यों न हो अपनी हक बात उनके सामने रखनी चाहिए और हक मांगने वालों का ही समर्थन करना चाहिए. रिजवी ने अपनी चिट्टी में सवाल भी पूछा कि, क्‍या इस्‍लाम यह अनुमति देता है कि किसी की जायदाद को छीन कर या उसपर अवैध कब्‍जा करके ताकत के जोर पर धार्मिक स्‍थल को तोड़ कर अपनी इबादतगाह बनवा ले? क्‍या ये इबादतगाह सिद्धांतों के अनुसार जायज इबादतगाह होगी?

लिस्ट में इन मन्दिरों का जिक्र

राम मंदिर- अयोध्‍या,  केशव देव मंदिर- मथुरा, अटाला देव मंदिर- जौनपुर, काशी विश्‍वनाथ मंदिर- वाराणसी, रुद्रा महालय मंदिर- बटना, भद्रकाली मंदिर- अहमदाबाद, अदीना मस्‍ज‍िद- पंडुवा, विजया मंदिर- विदिशा, मस्‍जिद कुवतुल इस्‍लाम- कुतुब मीनार, दिल्‍ली.

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