रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार (10 दिसंबर) को रेल भूमि पर अतिक्रमण को पुरानी समस्या बताते हुए संसद में कहा कि, “इससे संवेदनशीलता के साथ निपटा जा रहा है और ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा, जिससे किसी व्यक्ति की परेशानी अचानक बढ़ जाए। रेलवे की ज़मीन पर अतिक्रमण पुरानी समस्या है और 2-3 राज्यों के साथ मिलकर रेलवे ने अच्छे तरीक़े से काम किया है।”

रेल मंत्री ने कहा कि “मुंबई में राज्य सरकार के साथ मिलकर अच्छे तरीक़े से अतिक्रमण को हटाया गया है और गुजरात में सूरत के उधना में भी राज्य के साथ मिलकर इसे हटाया जा रहा है। अतिक्रमण की इस समस्या से संवेदना और संवेदनशील तरीक़े से निपटा जा रहा है और ऐसा कोई कोई क़दम नहीं उठाया जा रहा जिससे किसी पर अचानक मार पड़े।”

कोरोना महामारी के दौरान प्लेटफ़ॉर्म टिकटों की कीमतों में वृद्धि पर उन्होंने कहा कि, “अब देश भर में इनकी क़ीमतें सामान्य स्तर पर हैं। 30-40 साल से रेलवे के DRM (डिविज़नल रेलवे मैनेजर) को यह अधिकार है कि वे अपने क्षेत्र में स्टेशनों पर भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्थायी तौर पर प्लेटफ़ॉर्म टिकटों के दाम बढ़ा सकते हैं। लेकिन अब बढ़ायी गयी क़ीमतें कम कर दी गयी हैं।”
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