मुख्तार अंसारी मामले में कांग्रेस के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी, जानिए पूरा मामला

जेल मंत्री हरजोत बैंस ने विधानसभा में भी गैंगस्टर अंसारी का मुद्दा उठाया था। अंसारी को फर्जी FIR दर्ज कर 2 साल 3 महीने पंजाब की जेल में रखा गया। जिसका चालान तक पेश नहीं किया गया। जेल में वह पत्नी के साथ रहता था। UP सरकार ने 26 बार प्रोडक्शन वारंट निकाले, लेकिन उसे पंजाब से उत्तर प्रदेश नहीं भेजा गया। अंसारी को जेल में VIP ट्रीटमेंट दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, पंजाब के जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पूरी रिपोर्ट सौंप दी है और भगवंत मान ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है जो मुख्तार अंसारी को वीवीआईपी ट्रीटमेंट देने के सभी पहलुओं की जांच कर रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। तत्कालीन सरकार के जेल मंत्री समेत निदेशालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पंजाब के जेल मंत्री हरजोत सिंह बैस ने यहां तक ​​दावा किया कि इस कदम से यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर गूंजेगा और सभी को पता चलेगा कि कैसे पूरी सरकारी मशीनरी मुख्तार अंसारी जैसे गुंडे के आगे झुक गई।

पंजाब में दर्ज था यह केस
मुख्तार अंसारी पर पंजाब में मोहाली के बिल्डर से 10 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप था। उसे पंजाब पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली लेकर आई थी। 24 जनवरी 2019 को कोर्ट में पेश कर उसे रोपड़ जेल में भेज दिया गया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पिछले साल अप्रैल में उसे पंजाब से उत्तर प्रदेश पुलिस ले गई।

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