पाकिस्तानी सेना के एक प्रवक्ता ने भारत के खिलाफ धमकी भरे बयान दिए, जो आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद की भड़काऊ भाषा से मिलते-जुलते हैं। यह घटना पाकिस्तानी सेना और देश के आतंकवादी नेटवर्क के बीच चिंताजनक समानता को उजागर करती है।

एक वीडियो में लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी को एक पाकिस्तानी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में बोलते हुए दिखाया गया, जहां उन्होंने कहा, “अगर आप हमारा पानी रोकेंगे, तो हम आपका गला घोंट देंगे।” यह बयान भारत द्वारा हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद जल-बंटवारा संधि को निलंबित करने के कदम के जवाब में था।
यह टिप्पणी लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के कथित बयान से मिलती-जुलती है, जिसमें उन्होंने कहा था, “अगर आप पानी रोकेंगे, तो हम आपकी सांसें रोक देंगे, और फिर इन नदियों में खून बहेगा।” यह वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा साझा किया गया, जिन्होंने दोनों बयानों की समानता पर ध्यान दिया। सेना अधिकारी ने ऑनलाइन बहस में हिस्सा लेने की कोशिश की, जो जल्द ही एक नए विवाद में बदल गई, जिसमें कई लोगों ने इस समानता की ओर इशारा किया।
अफगान राजनेता और पूर्व सांसद मरियम सोलैमानखिल ने इस चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा, “ऐसा लगता है कि उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के शब्दों की नकल की है। ‘अगर भारत पानी रोकेगा, तो हम उनकी सांसें रोक देंगे।’ लगता है कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान आतंकवादियों के साथ एक ही स्क्रिप्ट साझा करता है।” लाइव टुडे स्वतंत्र रूप से हाफिज सईद के वीडियो के समय की पुष्टि नहीं कर सका, जो संभवतः पहले के किसी सार्वजनिक संबोधन का है।
भारत ने हाल ही में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमलों के बाद 1960 की सिंधु जल संधि पर सवाल उठाए हैं। यह कदम नई दिल्ली द्वारा इस्लामाबाद के खिलाफ उठाए गए कई दंडात्मक उपायों का हिस्सा है, जिसमें पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया गया है।