पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने काकुल में पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में पासिंग-आउट परेड को संबोधित किया।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने काकुल में पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में पासिंग-आउट परेड को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमलों का भी जिक्र किया और कहा कि इस्लामाबाद ‘तटस्थ’ जांच में भाग लेने को तैयार है। अपने संबोधन में शरीफ ने पानी को “महत्वपूर्ण, राष्ट्रीय हित” बताया और संकेत दिया कि पाकिस्तान “अपने जल संसाधनों से समझौता नहीं होने देगा”। उन्होंने कहा कि “सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के जल प्रवाह को रोकने, कम करने या मोड़ने के किसी भी प्रयास का पूरी ताकत और ताकत से जवाब दिया जाएगा।
उनकी यह टिप्पणी पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित किये जाने के बाद आई है जिसमें 26 भारतीय पर्यटक मारे गये थे। पाकिस्तान के अखबार डॉन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के हवाले से खबर दी है कि एक ‘जिम्मेदार राष्ट्र’ के रूप में पाकिस्तान पहलगाम हमलों की किसी भी “तटस्थ, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच” में भाग लेने के लिए तैयार है। शरीफ ने भारत पर आरोप लगाया कि वह पहलगाम आतंकी हमलों का इस्तेमाल “सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बहाने” के रूप में कर रहा है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि भारत “बिना किसी सबूत, बिना किसी जांच” के पाकिस्तान को दंडित करने के लिए कदम उठा रहा है।