
दिलीप कुमार
वित्त मंत्री निर्मला सीता रमन के एक ट्विट के बाद पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस वरीष्ठ नेता पी चिदंबरम ने निशाना साधते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में जनकल्याण पर खर्च घट गया है।

यह हमला उन्होंने तब किया जब शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने RBI के आंकड़ों का हवाला देते ट्विट कर कहा कि इस सरकार में विकास पर अब तक कुल 90.9 लाख करोड़ रूपये का खर्च हुआ है।
इस ट्विट पर पी. चिदंबरम ने अफसोस जताते हुए एक ट्विट कर कहा कि वित्त मंत्री यह सोचती हैं कि एक औसत भारतीय के पास वित्त संबंधी आंकड़ों को समझने के लिए औसत से भी कम विवेक है। यह बेहद अफसोस की बात है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार पिछले आठ सालों में विकास पर 90.9 लाख करोड़ रूपये खर्च किए, जबकि वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA ने 2004 से 2014 तक यानी दस वर्षों में 49.2 लाक करोड़ रूपये खर्च की थी।
पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि सही गणितीय विश्लेषण के लिए जरूरी है कि वित्त मंत्री किसी भी खर्च की तुलना कुल खर्च के अनुपात में करें, तब जाकर पता चलेगा कि 2014-15 के बाद से जनकल्याण पर खर्च घट गया है।
उन्होंने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पुस्तिका में दर्ज आंकडों के मुताबिक आनुपातिक खर्च गिर गया है। कांग्रेस की अगुवाई वाले UPA सरकार में कुल खर्चा का जनकल्याण पर 9 फीसदी खर्च होता था, जबकि बीजेपी की सरकार में यही आंकड़ा गिरकर पांच फीसदी हो गया है।