
लखनऊ। यूपीकोका और बिजली के मुद्दे पर विपक्ष ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को भारी हंगामा किया। विपक्ष के हंगामे के बीच सरकार ने कई अध्यादेश और अधिनियम पटल पर रख दिए। हंगामा शांत न होने के कारण आखिरकार विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सरकार ने गुरुवार को आबकारी संशोधन अध्यादेश 2017, बेसिक शिक्षा संशोधन अध्यादेश, प्रयागराज कुम्भ संशोधन और सहकारिता संशोधन अध्यादेश पटल पर रखा।
इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो सपा के सदस्यों ने बिजली दर और कानून व्यवस्था को लेकर विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान सदन में सीएम योगी भी मौजूद रहे। सपा सदस्यों के हंगामे को देखते हुए 15 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
उधर विधान परिषद में सपा विधायकों ने तख्तियां लेकर हंगामा किया। उन्होंने वेल में आकर कानून व्यवस्था पर विरोध किया।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि बिजली दरों की बढ़ोत्तरी पर सपा का विरोध अलोकतांत्रिक है। सपा अपनी सरकार में गांवों में बिजली नहीं देती थी। हम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल निकाय चुनाव में अपनी हार से सपा खिसिया गई है। वहीं प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि गुंडाराज वाले ही यूपीकोका का विरोध कर रहे हैं। हमने बिजली में सुधार किया है।
इसके बाद विधानसभा में निधन सूचनाओं के बाद सपा विधायकों ने बढ़ी बिजली दरों पर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान सपा, कांग्रेस सदस्य वेल में धरने पर बैठ गए।
सपा एमएलसी अहमद हसन ने कहा कि यूपी सरकार दमन और उत्पीड़न के लिए यूपीकोका ला रही है। वहीं नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि यूपी सरकार बिजली दरों की बढ़ोत्तरी वापस ले। उन्होंने कहा कि इन बढ़ी दरों के कारण किसान परेशान है। वहीं यूपीकोका के लिए उन्होंने कहा कि ये विरोधियों को फंसाने के लिए लाया जा रहा है।
कांग्रेस विधानमंडल नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हमने बढ़ी बिजली दरों पर चर्चा की मांग की थी। सरकार बढ़ी दरें वापस ले। उन्होने कहा कि हमारी मांग है कि घरेलू, ग्रामीण, व्यावसायिक बिजली दर सरकार घटाए। सरकार ने इस संबंध में चर्चा नहीं कराई इसलिए हमारा विरोध जारी है।
वहीं बीएसपी के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि राजधानी में ही दिन दहाड़े हत्या हो रही है। हमें विधानसभा में बोलने का अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने भी मांग की कि सरकार बिजली की बढ़ी दरें वापस ले। लालजी वर्मा ने कहा कि बसपा लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रही है।
हमने सीटों पर खड़े होकर चर्चा की मांग की। नियम 311 की नोटिस दे चर्चा की मांग की। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के वादों को पूरा नहीं किया है। बिजली दरों में सवा सौ प्रतिशत वृद्धि जनता के साथ धोखा है।