लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल संयंत्र के उद्घाटन के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकी हमलों से प्रभावित परिवारों को न्याय दिलाया है। उन्होंने कहा, “भारत विरोधी और आतंकी संगठनों को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने सजा दी है। इसके लिए पूरा देश हमारी सेनाओं को सलाम करता है।”

सिंह ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक दृढ़ता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत इच्छाशक्ति और हमारी सैन्य शक्ति की क्षमता व दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। हमने दिखाया है कि जब भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो सीमा पार की जमीन भी आतंकियों और उनके आकाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहती।”
रक्षा मंत्री ने बताया कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को ध्वस्त करना था। “हमने कभी उनके नागरिकों को निशाना नहीं बनाया। लेकिन पाकिस्तान ने न केवल भारतीय नागरिक क्षेत्रों पर हमले किए, बल्कि मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों पर भी हमले की कोशिश की।”
उन्होंने भारतीय सेना के संयम और साहस की प्रशंसा की। “हमारी सेनाओं ने पाकिस्तान में कई सैन्य ठिकानों पर प्रहार कर मजबूत जवाब दिया। हमारे ऑपरेशन का प्रभाव न केवल सीमा के पास, बल्कि रावलपिंडी में, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है, वहां भी महसूस किया गया।”
पिछली कार्रवाइयों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि उरी और पुलवामा हमलों के बाद भारत का जवाब दुनिया ने देखा। “उरी के बाद हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। पुलवामा के बाद बालाकोट में हवाई हमले किए। और अब, पहलगाम के बाद, दुनिया देख रही है कि भारत ने पाकिस्तान के अंदर कई हमले किए।”
उन्होंने अंत में आतंकवाद के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया। “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है—यह नया भारत है, और यह आतंकवाद का जवाब इस पार और उस पार दोनों तरफ से देगा।”