नई माताएं ऐसे बच पाएंगी लंच बॉक्स सिंड्रोम से
नई दिल्ली| माताएं अक्सर अपने बच्चों के खाना नहीं खाने की शिकायत करती हैं। कई माताएं अक्सर कहती हैं कि उनका बच्चा लंच बॉक्स का खाना पूरी तरह से खत्म नहीं करता है। उन्हें इसके लिए काफी कोशिश करनी होती है कि बच्चे पूरा खाने में रुचि लें। ऐसे में माताएं हर सुबह जल्दी उठ जाती हैं और पशोपेश में रहती हैं कि वे अपने बच्चों को नाश्ते व भोजन में कौन सी चीजें दें।
पोषण विशेषज्ञ और न्यूट्रिशन सोसाइटी ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ कुमुद खन्ना कहती हैं, “कामकाजी माताएं खासकर एक गलती करती हैं और वह है पिछले दिन के डिनर का खाना लंच बाक्स में नए अवतार में पैक करना। लेकिन बच्चे स्मार्ट होते हैं। वे इसे नकार देते हैं। विभिन्न तरीके से स्वस्थ लंच बाक्स के विकल्प को देते रहना महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चे वही खाना सीखते हैं जिनसे वे वाकिफ हैं। इसलिए किसी तरह के अनोखे व्यंजन परोसने की कोशिश न करें।”
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कुमुद खन्ना कहती है कि बच्चों के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है। यह शरीर के विकास के लिए काफी फायदेमंद है। इस तरह से प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट की उचित मात्रा खाने में शामिल होनी चाहिए। खाना दिखने में भी बच्चे को पसंद आए इसका भी ख्याल रखें। इस तरह से दूध से बने उत्पाद व हरी सब्जियां उनके खाने का हिस्सा होनी चाहिए।