नरोगा अग्निकांड और दंगा मामले में ‘माया’ के बाद ‘शाह’ का लगा नंबर!

नरोगा अग्निकांड और दंगानई दिल्ली। नरोगा गांव, साल 2002 का मामला, जब हुआ था दंगा और खेला गया था नरसंहार का खूनी खेल। उस साल 27 फरवरी को गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में एक डिब्बे में आग लगा दी गई थी जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी। इसके एक दिन बाद ही नरोदा गांव में दंगा फैला था।

यहां मुस्लिम समुदाय के 11 लोग मारे गए थे। इस मामले के 82 आरोपितों में शामिल माया कोडनानी पर अन्य आरोपों के अलावा आपराधिक साजिश रचने का भी आरोप है। बता दें उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। वहीं यह भी खबर है कि इसी मामले को लेकर कोर्ट ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम भी समन जारी किया है।

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बता दें माया कोडनानी ने अमित शाह को अपने गवाह के तौर पर बुलाने की अर्जी दी थी। अदालत ने अप्रैल में कोडनानी की यह दरख्वास्त मान ली थी कि उनके बचाव में अमित शाह एवं कुछ अन्य को बतौर गवाह समन जारी किया जाए। अदालत ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को 18 सितंबर को हाजिर होने के लिए कहा है।

खबरों के मुताबिक मंगलवार को माया कोडनानी के वकील अमित पटेल ने अदालत से अमित शाह के अहमदाबाद के पते पर समन भेजने का अनुरोध किया था।

विशेष अदालत ने अब माया कोडनानी के वकील को गवाहों को सीधे समन भेजने का अधिकार दे दिया है। उधर, सूत्रों का कहना है कि अब यह अमित शाह को तय करना है कि वे माया कोडनानी के बचाव में गवाही देते हैं या नहीं।

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इससे पहले आठ सितंबर को सुनवाई के दौरान माया कोडनानी ने कहा था कि वे अपने बचाव में अमित शाह की गवाही कराने के लिए उनसे संपर्क नहीं कर पाई हैं, इसलिए उन्हें दस दिन का अतिरिक्त समय दिया जाए। हालांकि, अदालत ने केवल चार दिन का समय दिया था।

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