MP: नहीं होगी 10वीं कक्षा के बचे हुए पेपरों की परीक्षा-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मध्यप्रदेश। देशभर में चल रहे लॉकडाउन ने व्यापार और अर्थव्यवस्था के साथ-साथ शिक्षा पर भी बहुत बुरा असर डाला है. बच्चों का भविष्य तय करने वालीं परिक्षाओं पर रोक लगानी पड़ी. अब इनको लेकर फैसले ले रही है सरकार. इन हालातों को देखते हुएमध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित की जाने वाली शैक्षणिक वर्ष 2019-2020 की 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के शेष बचे पेपरों की परीक्षा नहीं ली जायेगी. विद्यार्थियों को शेष बचे हुए पेपरों में बिना परीक्षा दिए पास कर दिया जाएगा.

 

 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh Chauhan) ने शनिवार रात को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित की जाने वाली कक्षा 10वीं की परीक्षा के शेष बचे पेपर की परीक्षा नहीं ली जायेगी.

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12वीं की बोर्ड परीक्षा बच्चों के भविष्य के लिये बहुत महत्वपूर्ण

उन्होंने कहा, ‘‘जिन विषयों की परीक्षा हो चुकी है, उन्हीं के अंक के आधार पर मैरिट तैयार की जायेगी. बचे हुए विषय के आगे ‘पास’ लिखा जायेगा.’’ इसके अलावा, चौहान ने कहा कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा बच्चों के भविष्य के लिये बहुत महत्वपूर्ण है. 12वीं का परीक्षा परिणाम उनका भविष्य निर्धारित करता है इसलिए मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित 12वीं की बोर्ड परीक्षा के जो पेपर बचे हुए हैं, उनकी परीक्षा 8 जून 2020 से 16 जून 2020 के बीच आयोजित की जायेगी.

 

28 मार्च को पास कर उन्हें जनरल प्रमोशन दे चुका

मालूम हो कि मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल 2019-2020 की बिना वार्षिक परीक्षा लिए पहली कक्षा से लेकर 9वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के साथ-साथ 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को पहले ही 28 मार्च को पास कर उन्हें जनरल प्रमोशन दे चुका है.

 

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