MP: कोरोना को 74 साल के बुजुर्ग ने दी मात, सबसे उम्रदराज मरीजों में हुए शामिल…

नोवल कोरोना वायरस से जंग में देश इस वक्त मुस्तैदी से लड़ रहा है. मध्यप्रदेश से एक खबर आ रही है जिसमें एक बुढ़े व्यक्ति ने कोरोना को मात दे दी. देश के सबसे प्रभावित जिलों में आने वाले इंदौर में 74 वर्षीय एक बुजुर्ग इस महामारी को मात देने वाले सबसे उम्रदराज मरीजों की सूची में शामिल हो गए हैं.

इंदौर

 

 

शासकीय मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम के प्रमुख सलिल भार्गव ने बृहस्पतिवार को बताया कि 74 वर्षीय पुरुष को चार अप्रैल को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया, ‘अस्पताल में भर्ती होने के वक्त मरीज की हालत काफी गंभीर थी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के साथ खांसी और बुखार की शिकायत भी थी। एक्स-रे की रिपोर्ट से पता चला कि उसके दोनों फेफड़ों में निमोनिया था।’

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भार्गव ने बताया कि 25 दिन के इलाज के बाद मरीज कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो गए और उन्हें बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि एमआरटीबी चिकित्सालय और निजी क्षेत्र के दो अस्पतालों से कुल 26 मरीजों को गुरुवार को छुट्टी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि जिले में अब तक इस महामारी के 1,485 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 68 लोगों की इलाज के दौरान मौत गई।

 

इंदौर में कोरोना से तीन और लोगों की मौत, संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 1485

 

देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से तीन और मरीजों की मौत होने की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में इस वायरस के संक्रमण से दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 68 पहुंच गई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने गुरुवार को बताया कि कोविड-19 से संक्रमित पाए गए 40, 64 और 69 वर्ष के पुरुषों की मौत शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पिछले 12 दिन के दौरान हुई। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 19 और मरीज मिलने के बाद जिले में इस महामारी की जद में आए लोगों की तादाद 1,466 से बढ़कर 1,485 पहुंच गई है।

 

जड़िया ने कहा, जिले में कोरोना वायरस के नए मरीजों की तादाद में कमी आनी शुरू हो गई है। हमें उम्मीद है कि अगले 15 दिन के भीतर इस महामारी की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित हो जाएगी। ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि गुरुवार सुबह तक जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.58 प्रतिशत थी।

 

प्रयोगशालाओं में विमान से भेजे जाते हैं कोरोना जांच के नमूने

मध्यप्रदेश सरकार के विमान और इसके पायलट अब तक वीवीआईपी लोगों को लाते और ले जाते रहे हैं। लेकिन अब ये कोरोना महामारी के इस दौर में कोविड-19 की जांच के लिए नमूनों को प्रयोगशालाओं तक तुरंत पहुंचानें की नई चुनौती को पूरा करने में लगे हुए हैं। यह कोई साधारण उड़ान नहीं होती हैं। इसमें पायलटों को दिल्ली और पुड्डुचेरी की प्रयोगशालाओं तक नमूनों को ले जाने के लिए पीपीई किट पहनने सहित कई अन्य कड़े प्रोटोकॉल का सामना करना पड़ता है।

प्रदेश के विमानन विभाग के कैप्टन विश्वास राय ने बताया, यह हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। विमान उड़ाने के लिए हमें पीपीई किट पहनना पड़ता है जो कि कठिन है क्योंकि हम इसके अभ्यस्त नहीं हैं। लेकिन मैं और मेरे वरिष्ठ कैप्टन माजिद राष्ट्रहित में इसे करते हैं।

 

 

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