सज गया मिनी बाबा धाम, जानें क्या रहीं मंदिर की चमत्कारिक घटनाएं

रिपोर्ट- रविन्द्र मिश्रा

महाराजगंज। मिनी बाबा धाम पंचमुखी इटहिया शिव मंदिर की तैयारियां पूरी हो गयी है। श्रावण के इस पवित्र मास में लाखों श्रद्धालुओं द्वारा कल से जलाभिषेक किया जायेगा। इस अवसर पर पूरे एक मास तक विशाल मेले का आयोजन भी होगा।

मिनी बाबा

महाराजगंज जिले के निचलौल क्षेत्र में स्थित पन्च्मुखी शिव मंदिर की तैयारियां पूरी हो गयी। हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की भीड़ होगी। प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी तैयारियां पूरी हो चुकी है। मेले मे सभी दुकानों को कतार में लगाया गया है।

ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार का दिक्क़त ना हों। श्रावण मास में पूरा एक माह मेला लगता है। लाखों श्रद्धालु पड़ोसी राज्य बिहार व नेपाल से भी आते हैं। सभी श्रद्धालु  जलाभिशेषक व पूजा अर्चना करने के बाद विशाल मेले का आनन्द भी लेते हैं।

मिनी बाबा धाम के नाम से विख्यात पन्च्मुखी शिव मंदिर इटहिया के इतिहास के संबंध में पुराणों में कोई उल्लेख नहीं है। लेकिन मान्यता के अनुसार इस पंचमुखी शिवलिंग के इतिहास की कहानी निचलौल स्टेट के राजा बृषमसेन के साथ जुड़ी हुई है।

स्थानीय लोगों के मान्यता एवं जनश्रुतियों के अनुसार, राजा बृषमसेन अत्यन्त ही न्याय प्रिय राजा थे। वह भगवान शंकर के परम भक्त थे। उन्होंने एक गाय पाली थी, जिसका नाम नन्दनी थी। राजा को इस गाय के प्रति बहुत ही स्नेह था। वह इस गाय से बहुत प्यार करते थे।

नंदनी इटहिया स्थित जंगल मे नित्य घास चरती थी। एक समय ऐसा आया की गाय दूध देना बंद कर दी। राजा ने जब इसको जानने की कोशिश की तब पता चला कि गाय जंगल में जमीन पर ही दूध देती थी।

यह भी पढ़ें:- लाश को सड़क पर रखकर परिजनों और व्यापारियों ने किया प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन

राजा को जब इस बात की जानकारी हुई तब वहां जमीन की खुदाई करायी गयी। खुदाई के उपरांत वहां पन्च्मुखी शिवलिंग मिला जिसे देख राजा भावविभोर हो गये।

राजा अब प्रतिदिन उस शिवलिंग की पूजा-अर्चना करते जिसके परिणाम स्वरूप राजा को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इसका नाम रत्नसेन पड़ा। राजा बृषमसेन की मृत्यु के बाद उनके पुत्र रत्नसेन निचलौल के राजा हुए तथा अपने पिता की तरह अपनी पत्नी स्वर्ण रेखा के साथ प्रतिदिन पंचमुखी शिवलिंग की पूजा अर्चना किया करते थे।

यह भी पढ़ें:- योगी आदित्यनाथ ने जनता से किया वादा, प्रदेश का कोई कोना विकास से नहीं रहेगा अछूता

इटहिया स्थित पंचमुखी शिवलिंग पर गड़ौरा निवासी स्व। चन्द्रशेखर मिश्र ने 1968-69 में मन्दिर का निर्माण कराया। जो वर्तमान में मिनी बाबा धाम के नाम से विख्यात है। यह मन्दिर अनेक चमत्कारी घटनाओं से जुड़ा हुआ। श्रद्धालुओं द्वारा मांगे गए मुरादों को पंचमुखी महादेव शीघ्र पूरा करते हैं।

देखें वीडियो:-

LIVE TV