मुंबई| बॉलीवुड स्टूडियो, यशराज फिल्म्स (वाईआरएफ) ने मंगलवार को बताया कि ‘मी टू’ के आरोपों के बीच एक प्रमुख अधिकारी को बाहर निकाल दिया गया है। वाईआरएफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जारी एक बयान के मुताबिक, यशराज फिल्म्स ने उपाध्यक्ष (ब्रांड पार्टनरशिप और टैलेंट मैनेजमेंट और बिजनेस एंड क्रिएटिव हेड) आशीष पाटील की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं।
पाटील जांच के दायरे में उस वक्त आए, जब एक महत्वाकांक्षी अभिनेत्री ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया।
पिछले सप्ताह पाटील ने उन आरोपों का खंडन किया और उसे ‘झूठा, मनगढ़ंत, बेहद अपमानजनक और एजेंडा प्रेरित’ बताया।
ये भी पढे-महिलाएं ही नहीं पुरुष भी हुए हैं #MeToo के शिकार, सैफ अली ने सुनाई आप बीती
पाटील ने 10 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं इस महिला से आग्रह करता हूं कि वह कृपया आगे आकर सभी तथ्य पेश करे, क्योंकि मैं किसी अनाम, अनजान के सम्मुख अपनी बेगुनाही नहीं साबित कर सकता हूं। सच्चाई बाहर लाने और खुद को निदोष साबित करने के लिए मैं किसी भी अधिकारी के साथ किसी भी तरह की जांच में पूरा सहयोग करूंगा।”
तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर के ऊपर आरोप लगाने के बाद से कई बड़े सितारों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जा चुके हैं. इनमें सुभाष घई, विकास बहल, कैलाश खेर, चेतन भगत, साजिद खान और आलोक नाथ जैसे बड़े सितारे शामिल हैं. हालांकि कई कलाकारों ने आगे आकर खुद पर लगाए गए इल्ज़ामों के गलत बताया है.