#MeToo  आरोपों पर बोले एमजे अकबर – सभी आरोप बेबुनियाद, दी ये धमकी

नई दिल्ली। मी टू कैम्पेन के तहत आरोपों से घिरे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर रविवार सुबह दिल्ली लौट आए। वे करीब एक हफ्ते से नाइजीरिया दौरे पर थे। अकबर पर 10 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। मशहूर पत्रकार और लेखक रहे एम जे अकबर कई अखबारों के संपादक रहे हैं।

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दरअसल अकबर पर पहला आरोप प्रिया रमानी नाम वरिष्ठ पत्रकार ने लगाया था जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के दौरान की अपनी कहानी बयां की थी।

#MeToo अभियान के तहत  यौन शोषण के आरोपों के बीच चौतरफा दबाव झेल रहे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने सफाई देते हुए कहा है कि साक्ष्य के बिना आरोप एक वायरल बुखार बन गया है, उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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रमानी के आरपो के बाद अकबर के खिलाफ आरोपों की बाढ़ आई गई और एक के बाद एक कई अन्य महिला पत्रकारों ने उनपर संगीन आरोप लगाएं।

बता दें कि अकबर पर ताजा आरोप एक विदेशी महिला पत्रकार ने लगा कि 2007 में जब वो इंटर्नशिप के लिए आईं तो वो सिर्फ 18 साल की थी और उनके साथ एम जे अकबर ने गलत हरकत करने की कोशिश की।

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गौरतलब है कि विदेश से लौटने पर विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबरने कहा था कि अपने ऊपर लगे आरोपों पर वे बाद में बोलेंगे। बता दें 12 अक्टूबर को जब इस मुद्दे पर अमित शाह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि देखना पड़ेगा कि ये आरोप सच हैं या गलत।

यौन शोषण के खिला एक साल पहले अमेरिका से शुरू हुए #MeToo अभियान ने भारत सिनेमा, इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के साथ राजनीति को भी अपनी चपेट में ले लिया। अब तक बॉलीवुड और मनोरंजन इंडस्ट्री से जुड़ी कई महिलाएं सोशल मीडिया पर सामने आकर यौन शोषण के गुनहगारों का नाम सार्वजनिक किया है।

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