मैनपुरी में सीबीआई ने उत्तर मध्य रेलवे के टेलीकॉम जूनियर इंजीनियर (जेई) वेद प्रकाश चतुर्वेदी को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।

यह राशि एक निजी कंपनी के 20 लाख रुपये के लंबित बिलों को पास कराने के लिए मांगी गई 4 लाख रुपये की रिश्वत की पहली किस्त थी। सीबीआई ने जाल बिछाकर आरोपी को स्टेशन के रिपीटर रूम में दबोचा और उसके मैनपुरी स्थित आवास व कार्यालय पर तलाशी ली, जहां महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए।
आरोप है कि वेद प्रकाश ने मध्य प्रदेश की पीतांबरा फर्म के दिनेश यादव से रिश्वत मांगी। फर्म को मैनपुरी में फरुखाबाद-सिकोहाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच ओएफसी और क्वाड केबल बिछाने का टेंडर मिला था। केबल का काम पूरा होने के बाद हैंडओवर हो गया, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक सॉकेट में कमी के कारण बिल लंबित था। शिकायत के बाद सीबीआई ने 3 जून को मामला दर्ज किया और बुधवार को कार्रवाई की।
सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है और जांच जारी है। एसीपी मलिक ने बताया कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने कहा कि सीबीआई से लिखित सूचना नहीं मिली, लेकिन गुरुवार तक विस्तृत जानकारी मिलने की संभावना है।