महाराष्ट्र सरकार ने ‘शिवभोजन थाली’ और ‘आनंदाचा सिद्ध’ योजनाएं बरकरार रखीं..

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘ शिवभोजन थाली ‘ और ‘ आनंदचा सिद्ध ‘ को जारी रखने का फैसला किया गया है।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘ शिवभोजन थाली ‘ और ‘ आनंदचा सिद्ध ‘ को जारी रखने का फैसला किया गया है। अजीत पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा को सूचित किया और कहा कि राज्य सरकार ने ‘ शिवभोजन थाली ‘ और ‘ आनंदचा सिद्ध ‘ को बिलकुल भी बंद नहीं करने का फैसला किया है।

अजीत पवार ने आगे कहा कि इन योजनाओं के कुछ विक्रेताओं का भुगतान लंबित है, इसलिए जल्द से जल्द उनका बकाया चुकाने के लिए पहल भी लगातार की जा रही है। बाटे दे की आनंदचा सिद्ध योजना पहली बार सन 2022 में दिवाली के दौरान शुरू की गई थी, जिसमें केसर राशन कार्ड वाले परिवारों को 100 रुपये की रियायती दर पर चार खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए गए थे।

यह किट उन चौदह जिलों के एपीएल किसान (केसर) कार्डधारकों को भी वितरित की जाएगी, जिनकी पहचान आत्महत्या प्रवण जिलों के रूप में की गई थी (इनमें छत्रपति संभाजीनगर और अमरावती संभाग के जिले और नागपुर संभाग से वर्धा जिला शामिल हैं)। इसके तहत विशेष रूप से, राज्य के गरीब और जरूरतमंद लोगों को रियायती दरों पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए, राज्य सरकार द्वारा 2020 में शिव भोजन योजना की शुरुवात की गयी थी।

बता दे की शिव भोजन थाली में 2 रोटी, 1 कटोरी पकी हुई सब्जी, 1 कटोरी दाल और 1 मूड चावल शामिल हैं। शिव भोजन योजना को लागू करने के लिए “शिव भोजन एप्लिकेशन” विकसित किया गया है। वर्तमान में, शिव भोजन योजना का लक्ष्य प्रतिदिन 2 लाख थाली है और राज्य में इस समय कुल 1904 शिव भोजन केंद्र कार्यरत हैं।

सरकार के अनुसार, शिव भोजन केंद्रों पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए सीसीटीवी की भी स्थापना की गई है और 100 मीटर के दायरे में जियो-फेंसिंग की सुविधा भी शुरू कर दी गयी है , राज्य सरकार ने बताया कि शिव भोजन योजना की शुरुआत से लेकर 27 मार्च 2024 तक लाभार्थियों को कुल 18,83,96,254 शिव भोजन थालियां उपलब्ध कराई जा चुकी है।

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