4 करोड़ से अधिक यात्रियों ने किया लखनऊ मेट्रो का सफर, रचे कई और कीर्तिमान

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने पिछले 4 साल, 4 महीने में 4 करोड़, 4 लाख यात्रियों को लखनऊ मेट्रो से सफर करवाया। यह उपलब्धि इसलिए भी अहम है क्योंकि विगत वर्षों में कोविड महामारी की तीन लहरों के बावजूद यूपी मेट्रो ने यात्रियों का विश्वास बनाए रखा। लखनऊ मेट्रो ने 5 सितंबर 2017 को चारबाग से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच 8.5 किलोमीटर लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर पर सेवाओं की शुरुआत की थी।

कोविड की तीसरी लहर के बावजूद 4 महीने से भी कम समय में लखनऊ मेट्रो से 54 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। अनलॉक-2 में भी 9 जून 2021 से मेट्रो सेवा के पुनः आरंभ होने के बाद भी मेट्रो की यात्री संख्या तेजी से बढ़ी थी। कोविड के चलते लगे लॉकडाउन के बाद लखनऊ मेट्रो ने पूरे देश में सबसे तेज राइडरशिप रिकवरी कर एक नया रिकॉर्ड भी बनाया है।    

यात्रियों को आरामदायक, सुखद एवं सुगम यात्रा देने के लिए के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो ने पारंपरिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के तरीके में अहम बदलाव किए हैं। इसी कड़ी में लखनऊ मेट्रो का लॉस्ट एंड फाउंड सेल अब तक करीब 11,60,000 रुपये नगद, 413 मोबाइल फोन व 72 लैपटॉप यात्रियों को सुरक्षित वापस कर चुका है। अल्ट्रावायलेट किरणों से ट्रेन वो टोकन सैनिटाइज करने वाली देश की पहली मेट्रो का खिताब भी लखनऊ मेट्रो ने अपने नाम किया है।  

इस उपलब्धि के मौके पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक, कुमार केशव ने यूपीएमआरसी की पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को भी बधाई दी है, उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर 4 करोड़ की राइडरशिप हासिल करना लखनऊ मेट्रो के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। साथ ही उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो में सफर करना बेहद आसान है इसलिए हर वर्ग के लोग जैसे महिलाएं, दिव्यांग, बच्चे एवं बुजुर्ग आरामदायक, सुरक्षित एवं सुगम यात्रा का आनंनद ले सकते हैं।  

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