बिहार में शराब तस्करों का हुआ पर्दाफाश, नए तरीके जान कर पुलिस के उड़े होश

( रितिक भारती)

बिहार में शराब की बिक्री और इसकी तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त नियमों को शामिल किया गया है। इसी तरह ऐसा कोई भी पदार्थ जिसे शराब में बदला जा सके उसे मादक द्रव्य की श्रेणी में लाया गया हैं। लेकिन बिहार से ताजा मामला जेनरेटर से जुड़ा सामने आया है। जो बिजली बनाने की जगह शराब उगल रहा है। 

मामला कैमूर जिले के दुर्गावती टोल प्लाजा के समीप मुसहरी टोली के पास की बताया जा रहा है। जहां डीसीएम ट्रक के अंदर लदे जेनरेटर में भारी मात्रा में विदेशी शराब की बरामदगी हुई।  

पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार ड्राइवर विकास कुमार सैदपुर गांव थाना भोजपुर जिला गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) का बताया जा रहा है। आरोप ने बताया कि शराब को दिल्ली से डीसीएम ट्रक में लोड कर मुजफ्फरपुर ले जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने जांच के दौरान उसे पकड़ा। शराब को दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर भेजा जा और उसे एक चक्कर लगाने के 10000 रुपए मिलते थे।

पुलिस के मुताबिक, दिल्ली से वाराणसी होते हुए कैमूर और उसके बाद ये लोग मुजफ्फरपुर यानी उत्तरी बिहार के कई जिलों में अपनी सप्लाई करता हैं। ड्राइवर को प्रति ट्रिप के दस हजार रुपये भुगतान किए जाते हैं।

इस संबंध में थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने बताया कि टोल प्लाजा के समीप से वाहन जांच के दौरान एएलटीएफ की टीम और दुर्गावती पुलिस ने कार्यवाही करते हुए डीसीएम ट्रक से भारी मात्रा में शराब बरामद की है।

LIVE TV