कुलगाम मुठभेड़: सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, ऑपरेशन अखल में एक आतंकी ढेर, अभियान जारी

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के देवसर के अखल वन क्षेत्र में शुक्रवार (1 अगस्त 2025) देर शाम शुरू हुई सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में शनिवार (2 अगस्त 2025) को एक आतंकी को मार गिराया गया। भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि ‘ऑपरेशन अखल’ में अब तक एक आतंकी को ढेर किया गया है, और अभियान अभी भी जारी है।

सुरक्षाबलों को अखल के जंगली क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इसके आधार पर भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG), और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबल आतंकियों के ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। रातभर रुक-रुककर गोलीबारी जारी रही, जिसमें सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक आतंकी को मार गिराया। मारे गए आतंकी की पहचान हरिस नजीर के रूप में हुई, जो पुलवामा के राजपुरा का निवासी था और 2023 से सक्रिय था। वह संभवतः लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा हुआ था और श्रेणी-C का आतंकी माना जाता था।

अभियान की स्थिति
चिनार कॉर्प्स के अनुसार, “रातभर रुक-रुककर और तीव्र गोलीबारी हुई। सतर्क जवानों ने नियंत्रित जवाबी कार्रवाई की और आतंकियों को घेर लिया।” इलाके की पूरी घेराबंदी कर दी गई है, और बचे हुए आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान जारी है। मारे गए आतंकी का शव अभी बरामद नहीं हुआ है, और यह अनुमान है कि जंगल में दो से तीन अन्य आतंकी अभी भी छिपे हो सकते हैं।

हाल की घटनाएं और संदर्भ
यह कुलगाम में इस सप्ताह का तीसरा बड़ा आतंकवाद-रोधी अभियान है। इससे पहले 28 जुलाई को श्रीनगर के हरवान के पास लिदवास जंगल में ‘ऑपरेशन महादेव’ में तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया गया था, जो 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार थे। उस हमले में 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे। इसके अलावा, पुंछ जिले में हाल ही में नियंत्रण रेखा (LoC) पर एक घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया गया था।

सुरक्षाबलों की रणनीति
कुलगाम में ऑपरेशन अखल में सुरक्षाबल ड्रोन, हेलीकॉप्टर और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं ताकि आतंकियों को खोजा और बेअसर किया जा सके। यह अभियान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की कठोर नीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करना है। गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च-स्तरीय बैठकें की हैं, और सुरक्षाबल आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार सक्रिय हैं।

क्षेत्र में तनाव
कुलगाम और आसपास के क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियों में हाल के महीनों में वृद्धि देखी गई है। अप्रैल 2025 में पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए हमले, जिसे लश्कर-ए-तैयबा की छद्म शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया था, ने क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। सुरक्षाबलों ने तब से अपनी कार्रवाइयों को तेज कर दिया है, जिसमें स्थानीय और पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को निशाना बनाया जा रहा है।

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