जानिए क्यों होती है काली खांसी और क्या है इसका उपाय

काली खांसीलखनऊ। काली खांसी एक श्वसन संबंधी बीमारी है। माना जाता है कि काली खांसी बच्चों की बीमारी है लेकिन ऐसा नहीं है। यह रोग वरिष्ठों को भी हो जाता है। यह खतरनाक बीमारी है क्योंकि यह संक्रामक होती है यानी इस बीमारी के वायरस हवा के जरिये एक इंसान से दूसरे तक पहुंचते हैं।

यह खांसी रात और दिन में बढ़ जाती है। कई बार खांसते-खांसते दम फूलने लगता है। आंखें लाल हो जाती हैं। इस खांसी को कुक्कुर खांसी भी कहते हैं। खांसी शुरू होने के लगभग 2 सप्ताह तक संक्रमित लोग सबसे ज्यादा संक्रामक होते हैं। एंटीबायोटिक्स इसके संक्रामण से काफी हद तक बचाता है।

एक जीवाण है खांसी की वजह

यह संक्रामक बीमारी है जो कि एक प्रकार के जीवाणु से उत्पन्न होती है। इस जीवाणु को बोर्डेटेला पर्ट्रुसिसि कहते हैं। ये बैक्टीरिया ऊपरी श्वसन प्रणाली के सिलिया से जुड़ जाता है। जीवाणु विषाक्त पदार्थ बनाते हैं, जो कि सिलिया झिल्ली को नुकसान पहुंचाता है, वायुमार्ग में सूजन करते हैं। ये जीवाणु रोगी को छूने, साथ खाने, उसकी खांसी के संपर्क में आने से भी हो सकता है।

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काली खांसी के लक्षण

काली खांसी के लक्षण आमतौर पर 5-10 दिनों के भीतर संक्रमित होने के बाद विकसित होते हैं। कभी-कभी काली खांसी के लक्षण 3 सप्ताह तक विकसित नहीं होते हैं।

प्रारंभिक

बीमारी आम तौर पर ठंड की तरह के लक्षणों से शुरू होती है। हल्की खांसी या बुखार हो सकता है। शिशुओं में, खांसी कम या नहीं भी हो सकती है। काली खांसी बच्चों के लिए सबसे खतरनाक है। 1 वर्ष से कम उम्र के करीब आधे बच्चों को अस्पताल में देखभाल की जरूरत पड़ती है। प्रारंभिक लक्षण 1 से 2 सप्ताह तक रह सकते हैं।

बाद के चरण के लक्षण

1 से 2 सप्ताह के बाद और जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, काली खांसी के पारंपरिक लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें लगातार आवाज के साथ बहुत तेज खांसी, तीव्र खांसी, खांसी के दौरान या बाद में उल्टी होना, खांसी के दौरे होने के बाद थकावट।

घरेलू नुस्खे से पा सकते हैं काबू

लहसुन : लहसुन सर्दी, जुकाम और खांसी के इलाज के लिए फायदेमंद है। काली खांसी से छुटकारे के लिए लहसुन की 5-6 कलियों को छीलकर बारीक काट लें। उन्हें पानी में उबाल लें। इस पानी से भाप लें। रोज ऐसा करने से 8-10 दिन में काली खांसी खत्म हो जाती है।

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तुलसी के पत्ते : काली खांसी से राहत के लिए तुलसी के पत्तों और काली मिर्च को बराबर मात्रा में पीस लें। इस मिश्रण की छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इसे दिन में तीन बार चूसें। ये गोलियां खांसी को मिटाकर गला साफ कर देती हैं।

बादाम : बच्चों की काली खांसी खत्म करने के लिए तीन-चार बादाम रात में पानी में भिगाकर रख दें। सुबह बादाम के छिलके उतार लें। इसे एक कली लहसुन और थोड़ी सी मिश्री के साथ पीस लें। तैयार पेस्ट की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर बच्चे को खिलाएं। इससे खांसी में आराम मिलेगा।

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