कर्नाटक : सिद्धारमैया ने कहा- छोड़ दूंगा कुर्सी, येदियुरप्पा बोले फैसला भाजपा के ही हक़ में…

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। नतीजे 15 मई को संभावनाओं और अटकलों पर लगाम लग जाएगी और जनमत का असल फैसला साबके सामने आ जाएगा। हालांकि चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के ख्वाब देख रही हैं। इतना ही नहीं इन ख़्वाबों के हकीकत में तब्दील होने का दम भी भरा जा रहा है।

यह भी पढ़ें : नतीजों से पहले सियासी करवट, ‘किंगमेकर’ के हाथों में होगी कर्नाटक की सत्ता!

कर्नाटक विधानसभा

भाजपा एक ओर पूर्ण बहुमत से कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार बनाने की बात कर रही है तो वहीं कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया भी कांग्रेस को निश्चिंत रहने का आश्वासन दे रहे हैं।

सिद्धारमैया का दावा है कि एग्जिट पोल में कुछ भी कहा जाए, लेकिन असल फैसला तो मतगणना के बाद 15 मई को सबके सामने आ जाएगा। कांग्रेस को इस मामले में फ़िक्र करने की जरूरत नहीं।

यह भी पढ़ें : भाजपाइयों पर भन्नाए केजरीवाल, मंच से कहा- औकात में रहो, नहीं तो इतने जूते मारेंगे कि…

उन्होंने कहा- फैसला आने तक कांग्रेस को वीकेंड का लुत्फ़ उठाना चाहिए। उनका दावा है कि 15 मई को आने वाला फैसला एक बार फिर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनाएगा।

खबरों के मुताबिक़ सिद्धरमैया ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता एग्जिट पोल की चिंता न करें और वीकेंड का लुत्फ उठाएं। हम फिर से सत्ता में लौट रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा, ”अगर पार्टी आलाकमान चाहें तो मैं एक दलित के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हूं।”

बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीट हैं। इनमें से 222 पर एक फेज में शनिवार को 70% मतदान हुआ। दो सीटों पर चुनाव टाले गए हैं।

दूसरी ओर भाजपा के सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा ने कहा कि हम 120 से 130 सीटें जीतकर बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे।

भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार येदियुरप्पा ने कहा, ”कर्नाटक में भाजपा 120 से 130 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। कांग्रेस 70 सीटों से आगे भी नहीं बढ़ पाएगी और जेडीएस को 24 से 25 सीटें ही मिलेंगी। राज्य में भाजपा की मजबूत लहर है। जनता के अंदर सिद्धारमैया और उनकी सरकार के प्रति गुस्सा है।”

वहीं जेडीएस प्रमुख देवगौड़ा ने कहा- अभी नतीजा आने में वक्त है। इसलिए जल्दबाजी में कुछ भी कहा जाना मुनासिब न होगा।

अपनी बातों में उन्होंने इस बात का संकेत दिया कि किसके साथ समर्थन में जाना है और किसे दरकिनार करना है, इस बारे में अभी कोई भी निष्कर्ष अभी सही नहीं।

उन्होंने साफ़ किया कि अभी हमें नतीजों के आने का इंतजार करना होगा। उसके बाद ही ये फैसला किया जा सकता है कि किसे स्वीकार किया जाना है और किसे दरकिनार करना है।

देखें वीडियो :-

LIVE TV