कानपुर मेस्टन रोड ब्लास्ट: दुकानों में बरामद हुए पटाखे, बारूद और सुतली बम; 12 हिरासत में, 5 दुकानों के शटर कटवाए, NIA-ATS जांच तेज

कानपुर के मेस्टन रोड पर मंगलवार (8 अक्टूबर 2025) शाम करीब 7:15 बजे मिश्री बाजार में दो स्कूटरों में हुए धमाके ने शहर को दहला दिया। धमाके में 8 लोग घायल हो गए, जिनमें 4 की हालत गंभीर है। प्रारंभिक जांच में धमाके का कारण स्कूटरों के कंपार्टमेंट में छिपाए गए अवैध पटाखे बताए जा रहे हैं। टक्कर से आग लगी, जो पेट्रोल टैंक तक पहुंच गई। धमाके की आवाज 500 मीटर दूर तक सुनाई दी, जिससे आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए।

मंगलवार रात से ही पुलिस ने सर्च एंड सीजर ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें 5 दुकानों के शटर-ताले कटवाए गए। इनमें से 3 दुकानों से पटाखे, बारूद, सुतली बम और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

सर्च ऑपरेशन: दुकानें बंद, शटर कटवाने पड़े

मूलगंज और कोतवाली थाना पुलिस, ATS, STF, फॉरेंसिक टीम, बम डिस्पोजल स्क्वॉड और फायर ब्रिगेड ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने पहले दुकानदारों से दुकानें खोलने की अपील की, लेकिन कोई सहयोग न मिलने पर कमिश्नर रघुवीर लाल ने शटर कटवाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने खुद बिसातखाना गली में कुर्सी डालकर निगरानी की। 5 दुकानों के शटर-ताले कटवाए गए, जिनमें से 3 में पटाखे और विस्फोटक मिले। एक दुकान में कपड़ों के ढेर में पटाखे छिपाए गए थे। संचालकों और कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मेस्टन रोड इलाका पटाखों की अवैध बिक्री और भंडारण के लिए कुख्यात है, जहां बिना इजाजत व्यापार चल रहा था।

धमाके का विवरण: स्कूटरों में पटाखे, 8 घायल

धमाका मर्कज वाली मस्जिद के पास मिश्री बाजार में हुआ। दो स्कूटरों के कंपार्टमेंट में पटाखे रखे थे, जो टक्कर से फट गए। एक स्कूटर पूरी तरह नष्ट हो गया। घायलों में साहना (70 वर्ष), अब्दुल (60 वर्ष), रियादीन (70 वर्ष) और अश्विनी कुमार (50 वर्ष) शामिल हैं, जिनमें 50% से अधिक जलन है। चार को लखनऊ के KGMU ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। एक कचरा बीनने वाली महिला भी घायल हुई। जॉइंट कमिश्नर आशुतोष कुमार ने कहा, “धमाका कम तीव्रता का था। स्कूटर मालिकों से पूछताछ हो रही है। सभी एंगल जांचे जा रहे हैं।” NIA अधिकारियों ने भी रिपोर्ट ली है।

पुलिस कमिश्नर की नाराजगी: ‘इजाजत बिना भंडारण, जिम्मेदारों की लापरवाही’

पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने घटनास्थल का दौरा किया और थाना पुलिस व LIU पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “बिना इजाजत पटाखे बेचे और भंडारित हो रहे थे। जिम्मेदारों को जानकारी क्यों न हुई?” DGP राजीव कृष्ण ने कमिश्नर से स्थिति ली। ADG ATS और ADG सिक्योरिटी ने भी जांच की। सर्च ऑपरेशन रातभर चला, और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई।

आगे की कार्रवाई: जांच जारी, इलाके में सतर्कता

फॉरेंसिक टीम ने सैंपल कलेक्ट किए हैं। पुलिस ने अवैध पटाखा व्यापार पर नकेल कसने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की है। कमिश्नर ने कहा, “रूमर पर ध्यान न दें। जांच हर कोण से हो रही है।” घटना से इलाके में दहशत फैली, लेकिन प्रशासन ने स्थिति नियंत्रित कर ली।

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