कानपुर के सेन्ट्रल बैक चोरी का पुलिस ने भांड़ा फोड़ा, मैनेजर समेत 4 गिरफ्तार

( रितिक भारती )

उपभोक्ता अपनी गाढ़ी कमाई के तौर पर नकदी और गहनों को बैंक के लॉकर में यह सोच कर रखते हैं कि वहां ये पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। लेकिन जब  बैंक के लॉकरों (Bank Lockers) से ही ये नकदी और गहने गायब हो जाएं तो क्या होगा। कानपुर से ऐसी ही घटना सामने आयी है।  जिसमें सेंट्रल बैंक की कराची खाना शाखा के नौ ग्राहकों के लॉकर से करोड़ों रुपये का कीमती सामान गायब हो गया। इस मामले में बैंक मैनेजर समेत चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जबकि बैंक के लॉकर इंचार्ज शुभम अभी भी फरार है। आधे लॉकर चेक होना बाकी है।

इस मामले में पुलिस ने शक्रवार को क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर घटना का खुलासा करते हुए बताया कि इस पूरे मामले में जांच के दौरान बैंक कर्मियों की जाल-साजी पाई गई है। पुलिस ने जब लॉकर खोलने वाले अरोपी वेंडर चंद्र प्रकाश से पूछताछ की, तो पता चला कि बैंक मैंनेजर राम प्रसाद और लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। इसमें बैंक के दो कर्मी करण और राकेश भी शामिल थे। उन्होने लॉकर खोलने आए चंद्र प्रकाश को तीन सौ ग्राम सोना भी दिया था।

हालांकि, पुलिस ने बैंक मैनेजर राम प्रसाद, गोदरेज कंपनी के वेंडर चंद्र प्रकाश, करण और राकेश को  हिरासत में लिया है। फिलहाल लॉकर इंचार्ज शुभम अभी फरार है। पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ कर जेवर बरामदगी में लग गई है।

कानपुर डीएसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि हमने नौ लोगों की शिकायत पर मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की थी। बैंक कर्मचारियों से पूछताछ के बाद चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल इन आरोपियों से पूछताछ जारी है।

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