जिंदल स्टेनलेस रेलवे की आपूर्ति 2020 तक दोगुनी करेगा

नई दिल्ली| स्टेनलेस स्टील की रेलवे में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जिंदल स्टेनलेस स्टील अपनी उत्पादन क्षमता का विकास कर रही है और अगले वित्त वर्ष तक कंपनी रेलवे को अपनी आपूर्ति बढ़ाकर दोगुना करेगी। यह जानकारी यहां जिंदल स्टेनलेस स्टील के एक शीर्ष अधिकारी ने दी।

जिंदल स्टेनलेस रेलवे की आपूर्ति 2020 तक दोगुनी करेगा

कंपनी के बिक्री विभाग के प्रमुख विजय शर्मा ने कहा कि देश में स्टेनलेस स्टील की सबसे बड़ी विनिर्माता कंपनी जिंदल स्टेनलेस स्टील वर्तमान में रेलवे के कोच कारखानों को 3,5000 टन स्टेनलेस स्टील की आपूर्ति करती है, जिसे अगले वित्त विर्ष 2019-20 में बढ़ाकर दोगुना कर देगी।

शर्मा यहां शुक्रवार को रेलवे वैगन मैन्युफैक्च र्स मीट में बताया कि जिंदल स्टेनलेस स्टील की अनुसंधान व विकास टीम रेलवे के रिसर्च डिजाइन्स एंड स्टैंडर्डस ऑर्गेनाइजेशन यानी आरडीएसओ के साथ मिलकर दो नए मॉडल के कोच बनाने की दिशा में काम कर रही है।

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उन्होंने कहा, “हमारी टीम बीओबीआरएन और बीओएसटी मॉडल के दो कोच बनाने की दिशा में आरडीएसओ के साथ मिलकर काम कर रही है। ये दोनों मॉडल के कोच मौजूदा कोच से हल्के होंगे और ये टूट-फूट या घिसाई रोधी भी हैं।”

उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में दो लाख से ज्यादा कोच हैं और रेलवे अगले पांच साल में एक लाख कोच और बनाएगी जिसके लिए रेलवे की स्टेनलेस स्टील की मांग में इजाफा होगा क्योंकि एक कोच के लिए करीब आठ से दस टन स्टेनलेस स्टील की जरूरत होती है, जो कोच के मॉडल पर निर्भर करती है।

शर्मा ने कहा कि स्टेनलेस स्टील में जंग नहीं लगता है और इसकी आयु भी काफी ज्यादा है। यही कारण है कि कोच में इसके उपयोग को प्रमुखता दी जा रही है।

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