
झारखंड के देवघर जिले में मंगलवार तड़के एक भीषण सड़क हादसे में कम से कम पांच कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस और प्रशासन के अनुसार, घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

हादसा सुबह करीब 4:30 बजे मोहनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के जमुनिया जंगल के पास हुआ, जब कांवड़ियों को ले जा रही एक 32 सीटर निजी बस गैस सिलेंडरों से लदे एक ट्रक से टकरा गई। दुमका जोन के इंस्पेक्टर जनरल शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे में बस ड्राइवर सहित पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
देवघर के एसडीओ सदर रवि कुमार ने बताया कि कांवड़िए बासुकीनाथ मंदिर की ओर जा रहे थे। टक्कर के बाद बस अनियंत्रित होकर एक ईंट के ढेर से जा टकराई, जिससे हादसा और गंभीर हो गया। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जैसे सरायहाट पीएचसी (दुमका) और देवघर सदर अस्पताल, में भर्ती कराया गया। कम से कम 23 घायल श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है, जिनमें से नौ की हालत गंभीर है। इनमें से कुछ को एम्स देवघर शिफ्ट किया गया है।
ट्रैफिक डिप्टी एसपी लक्ष्मण प्रसाद ने दावा किया कि मृतकों की संख्या नौ तक पहुंच सकती है, जबकि स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट कर 18 कांवड़ियों की मौत का दावा किया। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने अभी तक केवल पांच मौतों की पुष्टि की है। सिन्हा ने कहा कि कुछ घायलों की हालत नाजुक होने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
जिला प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। क्रेन की मदद से मलबे को हटाया गया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेजा गया। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की लापरवाही या ब्रेक फेल होने की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर दुख जताते हुए प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रशासन को बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। यह हादसा श्रावण मास के दौरान चल रहे श्रावणी मेले के समय हुआ, जब लाखों कांवड़िए बाबा बैद्यनाथ धाम में जल चढ़ाने आते हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।