Jet Airways के शेयर में 30% की गिरावट, निवेशकों के डूबे चुके करोड़ो रूपये
नई दिल्ली : बंद होने की कगार पर खड़ी प्राइवेट एयरलाइन जेट एयरवेज का संकट बढ़ता जा रहा हैं। बीते बुधवार को जेट एयरवेज ने बैंकों द्वारा इमरजेंसी फंड की मदद के इनकार के बाद अपनी सभी विमान सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं।
वहीं इस एयरलाइन के संकट का असर गुरुवार को शेयर बाजार में देखने को मिला हैं। जहां कारोबार के दौरान जेट एयरवेज के शेयर करीब 30 फीसदी तक टूट गए हैं। इस वजह से निवेशकों के 800 करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए हैं।
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दरअसल इसका मतलब यह हुआ कि चंद मिनटों में 833 करोड़ रुपये निवेशकों की दौलत घट गई. बता दें कि मंगलवार को जेट एयरवेज का शेयर 241.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ था.1 अक्टूबर 2018 को सेंसेक्स में जेट एयरवेज का शेयर 163 रुपये के भाव पर आ गया. यह 52 सप्ताह का लो लेवल था। लेकिन अगर एक साल के आंकड़ों पर गौर करें तो जेट एयरवेज के शेयर में 73 फीसदी तक गिरावट आई है। जहां 18 अप्रैल 2018 को शेयर का भाव 618 रुपये था, जो 18 अप्रैल 2019 को घटकर 169 के लो पर आ गया हैं। यानी एक साल में 73 फीसदी की गिरावट हुई हैं।
इस बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गुरुवार को कहा कि जेट एयरवेज के परिचालन बंद करने के बाद वह नियमों के तहत कार्रवाई करेगा. डीजीसीए का कहना है कि परिचालन दुबारा शुरू करने में हर संभव मदद की जाएगी।
खबरों के मुताबक जेट एयरवेज के 17 अप्रैल 2019 के बाद परिचालन अस्थायी तौर पर ठप करने के फैसले के बाद डीजीसीए संबद्ध नियमों के तहत प्रक्रियाओं का पालन करते हुये कार्रवाई करेगा।
इसके साथ ही डीजीसीए ने जेट एयरवेज को ठोस और विश्वसनीय पुनरोद्धार योजना पेश करने को कहा है. एक अधिकारी ने कहा कि डीजीसीए कंपनी से एक पुख्ता और भरोसेमंद योजना सौंपने को कह रहा है ताकि एयरलाइन का परिचालन फिर शुरू किया जा सके। जहां जेट एयरवेज पर अभी 8 हजार करोड़ रुपये का कर्ज हैं।