चांद पर जाने वाली पहली महिला बन सकती है जेसिका मीर, ऐतिहासिक रहा है सफर
अभिनव त्रिपाठी
चांद पर कदम रखने वाली पहली महिला बन सकती है नासा की एस्ट्रोनाट जेसिका मीर। एस्ट्रोनाट आर्टेमिस चंद्र अभियान के अंतर्गत चांद पर जा सकती है। अगर यह अभियान सफल होता है तो जेसिका मीर चांद पर कदम रखने वाली पहली महिला होंगी। जेसिका मीर यहूदी और स्वीडिश नागरिक है। जेसिका ऐसा करने के मामले में 1972 के बाद पहली इंसान भी हो सकती है।
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बता दें कि जेसिका की मां स्वीडिश की थी और इनके पिता इजरायली सेफार्डी थे। अगर हम अंतरिक्ष की बात करें तो जेसिका के लिए यह कोई नई और अजूबे भरी बात नहीं है उन्होंने साल 2019 में पहले फ़ीमेल स्पेस वाक में हिस्सा लेकर अपना नाम इतिहास के सुनहरे अक्षरों में दर्ज कराया था। जेसिका अपनी जमीर से भी बहुत ज्यादा लगाव रखती है उन्हे यहूदी और इजराइली जड़ें भी बेहद पसंद आती है। क्योंकि वो अंतरिक्ष में अपने साथ इजरायली झंडे के अलावा और भी कई अतरिक्त चीजें ले गई थी।
जेसिका मीर चांद पर जाएंगी इसकी घोषणा नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत की गई है। इस प्रोग्राम के जरिए बहुत से अंतरिक्ष मिशन को अंजाम दिया जाएगा। आपको बता दें की आर्टेमिस नाम यूनान की देवी के नाम पर रखा गया है जो अपोलो की जुड़वा बहन थी। इसके पहले 1960-70 के दशक में नासा ने अपने अंतरिक्ष अभियान का नाम अपोलो रखा था। सोवियत संघ की कॉस्मोनॉट वैलेंतिना तेरेस्कोवा पहली महिला थी जो 1963 में एस्ट्रोनाट अंतरिक्ष की यात्रा पर गई थी। फिलहाल पूरे विश्व में महिला एस्ट्रोनाट्स की संख्या बहुत ही कम है।