जैसलमेर के देवीकोट गांव में एक ज्वेलरी दुकान से तीसरी बार चोरी की घटना ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। दुकानदार ने प्रशासन से मांग की है कि चोरों को शीघ्र गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित किया जाए।

देवीकोट गांव में हुई इस चोरी ने न केवल ज्वेलर को आर्थिक क्षति पहुंचाई, बल्कि पूरे क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा कर दिया। चोरों ने एक ऐसी दुकान को निशाना बनाया, जहां पहले भी दो बार चोरी हो चुकी है। हैरानी की बात है कि पिछली चोरियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला, और अब तीसरी बार चोरों ने करीब 10 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण चुरा लिए। गांव की मुख्य सड़क पर स्थित अमृत सोनी की ज्वेलरी दुकान में यह तीसरी चोरी है। इससे पहले 2010 में 7 लाख और 2 जुलाई 2023 को 45-50 लाख रुपये के गहनों की चोरी हुई थी। चिंता की बात यह है कि इन दोनों मामलों में पुलिस कोई ठोस सबूत या आरोपी तक नहीं पहुंच सकी।
पुलिस चौकी पास, फिर भी चोर बेफिक्र
सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि दुकान से मात्र 500 मीटर की दूरी पर पुलिस चौकी है, इसके बावजूद एक ही दुकान बार-बार चोरों का निशाना बन रही है। यह साफ दर्शाता है कि या तो पुलिस की गश्ती सिर्फ कागजी है, या चोरों को स्थानीय सुरक्षा की कमजोरियों की पूरी जानकारी है।
पिछला दरवाजा तोड़कर चोरी
अमृत सोनी ने बताया कि मंगलवार सुबह दुकान खोलने पर उन्होंने देखा कि पिछला दरवाजा टूटा हुआ था। चोरों ने तिजोरी और काउंटर से गहने चुराए और सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया ताकि कोई सबूत न मिले। पिछली चोरी में चोर डीवीआर भी ले गए थे। इस बार भी चोरों ने अपनी पहचान छिपाने और वारदात को सुनियोजित ढंग से अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इससे संकेत मिलता है कि यह चोरी किसी पेशेवर गिरोह का काम हो सकता है।
सोनी ने बताया कि दुकान में ग्राहकों के कई गहने मरम्मत और निर्माण के लिए रखे थे, जो चोरी हो गए। चोरी गए गहनों की कीमत लगभग 10 लाख रुपये है। इससे न केवल उनका कारोबार प्रभावित हुआ, बल्कि ग्राहकों का विश्वास भी डगमगा गया है। सूचना पर सांगड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। लेकिन जनता के मन में सवाल है कि जब पहले दो मामलों में कोई परिणाम नहीं निकला, तो क्या इस बार भी वही होगा?
दुकानदार की गुहार
अमृत सोनी ने पुलिस और प्रशासन से अपील की है कि चोरों को जल्द पकड़ा जाए और उन्हें न्याय मिले। उन्होंने कहा कि एक ही दुकान को तीन बार निशाना बनाए जाने से उनका परिवार असुरक्षा के साये में जी रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब 500 मीटर की दूरी पर पुलिस चौकी होने के बावजूद चोर बेखौफ वारदात कर रहे हैं, तो सुरक्षा का क्या भरोसा?