नाबालिग लड़की बेचने के लिए ISIS ने दिया विज्ञापन !

ISIS बगदाद। विश्‍व का सबसे खूंखार आतंकी संगठन बन चुके ISIS ने अब सोशल साइटों का खुलेआम इस्‍तेमाल कर एक विज्ञापन जारी है। यह विज्ञापन एक 12 साल की नाबालिग लड़की को बेचने का है। विज्ञापन अरबी भाषा में पोस्‍ट किया गया है। ISIS सेक्स स्लेव्स को बेचने के लिए अब वॉट्सऐप और टेलीग्राम ऐप का सहारा ले रहा है। ये विज्ञापन इराक की यजीदी कम्युनिटी से जुड़े एक एक्टिविस्ट ने मीडिया से शेयर किए हैं। बता दें अब भी करीब 3000 महिलाएं और लड़कियां इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की कैद में हैं।

आईएस के अरबी विज्ञापन में लिखा है, ”वर्जिन, खूबसूरत, 12 साल की लड़की ….इसकी कीमत 12,500 डॉलर पहुंच गई है और वो जल्द ही बेची जाएगी।”  आईएसआईएस की ये पोस्ट अरबी भाषा में बातचीत के साथ टेलीग्राम ऐप पर नजर आ रही है।  इसे इराक की माइनॉरिटी यजीदी कम्युनिटी के लिए काम करने वाले एक एक्टिविस्ट ने मीडिया के साथ शेयर किया है। यजीदी कम्युनिटी की हजारों महिलाओं और बच्चों को इस्लामिक स्टेट ने सेक्स स्लेव बना रखा है। ये कम्युनिटी आईएसआईएस के कैद में फंसी करीब 3000 लड़कियों और महिलाओं को छुड़ाने की कोशिश में जुटी है।

ISIS अपने घटते प्रभाव को बचाने की कर रहा कोशिश

ISIS इस्लामिक स्टेट की अपने प्रभाव वाले इलाकों में पकड़ कमजोर पड़ रही है। उनके हाथों से लगातार प्रभाव वाले इलाके एक-एक कर निकलते जा रहे हैं। ऐसे में आईएस आतंकी बंदी बनाकर रखे गए यजीदियों पर अपनी पकड़ कमजोर नहीं पड़ने देना चाहते।  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी इन्हें टेलिग्राम और व्हाट्सऐप के जरिए अब बेचने की कोशिश कर रहे हैं। आतंकी स्लेव्स की फोटो के साथ उनका पूरा डाटाबेस तैयार करा रहे हैं।  साथ ही इनके मालिक के नाम के साथ चौकियों पर दे रहे हैं, ताकि ये भागने में कामयाब न हो सकें।  इसके साथ ही आतंकी स्लेव्स को छुड़ाने वाले स्मगलर्स को भी निशाना बना रहे हैं।

अगस्त 2014 में आईएस आतंकियों ने इराकी गांव में नरसंहार किया था और हजारों यजीदियों को कैद कर लिया था।  तब से बंधक बनाई गई यजीदी लड़कियों और महिलाओं को सेक्स स्लेव के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। हालांकि, स्मगलर्स इनमें से 2,554 महिलाओं और लड़कियों को आजाद कराने में कामयाब रहे हैं।  मई से इनकी संख्या घट गई है। कुर्दिश फोर्स के मुताबिक, पिछले छह हफ्ते में सिर्फ 39 को ही छुड़ाया जा सका है।  साथ ही, भागने की कोशिश में कई बंधकों और स्मगलर्स को भी आतंकियों ने मार गिराया है।  जर्मन, इराकी ऐड ऑर्गेनाइजेशन के फाउंडर मिर्जा दनाई के मुताबिक, डाटाबेस डॉक्युमेंट्स के चलते बंधकों का भागना मुश्किल हो गया है।

 

LIVE TV