इशरत मामले की जांच का आदेश देने वाले न्यायाधीश का इस्तीफा

इशरत मामले की जांचअहमदाबाद। कर्नाटक उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश जयंत पटेल ने मुख्य न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नति नहीं मिलने के कारण सोमवार को इस्तीफा दे दिया। पटेल ने विवादित गुजरात के फर्जी इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। पटेल मुख्य न्यायाधीश के बाद कर्नाटक उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्य न्यायाधीश एस.के. मुखर्जी को भेज दिया।

यूएस के रक्षा सचिव ने मोदी से की मुलाक़ात, हुई आतंक का नामोनिशान मिटाने की बात

यह माना जाता है कि न्यायमूर्ति पटेल ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अपने स्थानांतरण से नाराज होकर इस्तीफा दिया है, जहां वह तीसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश होंगे। न्यायमूर्ति पटेल बेंगलुरू में तैनाती से पहले वह गुजरात उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे।

वास्तव में गुजरात उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने कॉलेजियम के तहत न्यायमूर्ति पटेल की नियुक्ति नहीं होने पर मुद्दा उठाया था और इसे चौंकाने वाला फैसला बताया था। यह तब हुआ था, जब उन्हें गुजरात के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहने के बाद कर्नाटक उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर स्थानांतरित किया गया।

न्यायमूर्ति पटेल ने न सिर्फ विवादित फर्जी इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया था, बल्कि जांच की निगरानी भी की, जिसमें खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों की भूमिका की निगरानी भी शामिल थी।

भारतीय सेना हुई और भी मजबूत, ताकत बढ़ाने के लिए शामिल हुआ ‘आईएनएस तरासा’

पटेल ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर बीते साल 13 फरवरी को शपथ ली थी, जबकि वह 13 अगस्त, 2015 को गुजरात उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे।

देखें वीडियो :-

LIVE TV